महाशिवरात्रि पर शिवमय शहर, उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
सड़कों पर उमड़ा कांवड़ियों का रेला कांवड़ सेवा शिविरों में दिनभर गूंजते रहे भोले की भक्ति में रचे गीत बम-बम भोले रात्रि 12 बजे के बाद प्रमुख शिव मंदिरों में शुरू हुआ जलाभिषेक सड़कों से लेकर मंदिरों तक चौकन्नी रही पुलिस यातायात डायवर्ट रहा
संवाद सहयोगी, हाथरस : महाशिवरात्रि शुक्रवार को है। गुरुवार को दिन भर शहर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ता रहा। बम-बम भोले की गूंज ने धूम मचा दी। गंगा तट से पवित्र जल लेकर लौटे कांवड़ियों की सेवा में पूरा शहर उमड़ पड़ा। शिविरों में शिव भक्तों की सेवा की होड़ रही। पूरे दिन शिव मंदिरों पर जलाभिषेक की तैयारी होती रही और रात 12 बजे के बाद जलाभिषेक शुरू हो गया।
वैसे तो सड़कों पर कांवड़ियों की भीड़ कई दिन से है मगर गुरुवार को पूरे दिन कांवड़ियों की कड़ी नहीं टूटी। सोरों, कछला, राजघाट, नरौरा, अनूपशहर, रामघाट आदि गंगा तटों से गंगाजल लेकर लौटे कांवड़ियों की भीड़ के कारण कई मार्गो पर वाहनों का यातायात रोकना पड़ा। राजस्थान और दूर-दराज के कांवड़िये गुरुवार को दिन में ही हाथरस से आगे निकल गए थे। देर रात तक हाथरस जिले और उसके आसपास के जनपदों के कांवड़ियों का रेला रहा। रात 12 बजते ही शिवालयों में बम-बम भोले की गूंज शुरू हो गई। चौबे वाले महादेव, गोपेश्वर महादेव, कामेश्वर महादेव, कैलाश मंदिर, बौहरे वाले महादेव, चकलेश्वर महादेव आदि शिव मंदिरों पर भक्तों की भीड़ रही। कांवड़ियों ने गंगा जल, फल, शहद, दुग्ध के साथ भगवान शिव का अभिषेक किया। आचार्य कृष्णवल्लभाचार्य व विशाल वल्लभाचार्य के अनुसार यह हिदुओं का प्रमुख पर्व है। इसी दिन भगवान शिव का विवाह मां पार्वती के साथ हुआ था। इसलिए यह पर्व पूरी दुनिया में आस्था व भक्ति के साथ मनाया जाता है। आज ये हैं शुभ मुहूर्त
शहर के ज्योतिषाचार्य विश्वनाथ पुरोहित के अनुसार शुक्रवार को सुबह 7 से 10:15 बजे तक, दोपहर में 1:30 से 3 बजे तक, शाम को 4:30 से 6 बजे तक, रात्रि में 9 से 10:30 बजे तक व रात्रि में 12 से 3 बजे तक शुभ मुहूर्त रहेगा। महाशिवरात्रि व्रत आदि का अधिक महत्व है। शिवजी की पूजा भांग, धतूरा, बेल, बेर, अमरूद आदि फलों के साथ दुग्धाभिषेक, गंगाजल के साथ किया जाना शुभ होता है। जगह-जगह लगे शिविर
कांवड़ियों की सेवा के लिए मथुरा, कासगंज, अलीगढ़, आगरा रोड के अलावा शहर में शिव मंदिरों के समीप जगह- जगह शिविर लगाए गए। यहां पर कांवड़ियों के विश्राम, भोजन, उपचार आदि की बेहतर व्यवस्था थी। श्रद्धालुओं ने प्रसाद वितरण की व्यवस्था की। हलवाई सुबह से ही यहां पर पूड़ी-सब्जी आदि बनाने में लगे हुए थे। रूट डायवर्ट से रही राहत
गुरुवार व शुक्रवार को उमड़ने वाले आस्था के सैलाब को लेकर पुलिस ने पहले ही मार्ग डायवर्ट कर दिया था। सिकंदराराऊ के पंत चौराहे, कैलोरा चौराहा, हतीसा पुल से बड़े वाहनों को डायवर्ट किया गया। इससे जाम की समस्या से राहत मिली। रेलवे क्रासिग के अलावा शहर में भी चौराहों पर पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे। रूट डायवर्ट में पंत चौराहा सिकंदराराऊ से हाथरस शहर आने वाले भारी वाहन प्रतिबंधित कर अलीगढ़-एटा मार्ग से गुजारे जा रहे थे। कैलोरा चौराहा हाथरस जंक्शन से सिकंदराराऊ व हाथरस शहर की ओर आने वाले भारी वाहन सासनी-जलेसर मार्ग से हतीसा पुल से होकर गुजरे। आगरा रोड नगला भुस से शहर की ओर आने वाले भारी व व्यावसायिक वाहनों को प्रतिबंधित कर बाइपास अलीगढ़ मार्ग से डायवर्ट किया गया। आरएसएस ने राष्ट्र के नाम से निकाली कांवड़ यात्रा
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संस, हाथरस: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वावधान में 'एक कांवड़ राष्ट्र के नाम' की कावड़ यात्रा गुरुवार को सुबह सात बजे रवाना हुई। इसमें काफी संख्या में आरएसएस के स्वयं सेवक कांवड़ लेने के लिए गए थे।
कांवड़ियों को सेकसरिया उद्यान में संबोधित करते हुए आरएसएस के विभाग प्रचारक जितेंद्र ने कहा कि हजारों वर्ष पुरानी कांवड़ यात्रा भारतीय संस्कृति की पहचान है। इससे आपसी भाईचारा बढ़ने के साथ युवाओं में धार्मिक भावना की वृद्धि हो रही है। इस मौके जिला प्रचारक धर्मेंद्र, अभिषेक रंजन आर्य, विष्णु वर्मा, सुनीत आर्य, योगेश बागड़ी, दिनेश सेकसरिया, संध्या आर्य, सुनीता वर्मा, ऊषा गोस्वामी, मीरा गुप्ता, तरुण बघेल आदि मौजूद थे। ब्रह्माकुमारी संस्था के लोग
आज निकालेंगे शोभायात्रा
शिवरात्रि का पर्व सभी धर्मों के आत्माओं परमपिता परमात्मा शिव का अवतरण दिवस है। शुक्रवार सुबह ज्ञान-योग के बाद एक शोभायात्रा आनंदपुरी कालोनी स्थित ब्रह्माकुमारीज केन्द्र से निकाली जाएगी। यह जानकारी शांता बहन ने दी है। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ शिव ध्वजारोहण भी किया जाएगा।