रानी पद्मावती और प्रीता अरोड़ा के परिधान दुल्हन की खास पसंद
दुल्हन को सजाने की परंपरा में वक्त के साथ बदलाव आया है। अब यह जरूरी नहीं कि दुल्हन लाल या मेहरून जोड़े में ही दिखाई दे। अब परंपराओं पर फिल्मों और सीरियल में दिखाई देने वाली अभिनेत्रियों के परिधानों से प्रेरित होकर उसी अंदाज में दुल्हन को सजाने की होड़ लगी हुई है।
जासं, हाथरस : दुल्हन को सजाने की परंपरा में वक्त के साथ बदलाव आया है। अब यह जरूरी नहीं कि दुल्हन लाल या मेहरून जोड़े में ही दिखाई दे। अब परंपराओं पर फिल्मों और सीरियल में दिखाई देने वाली अभिनेत्रियों के परिधानों से प्रेरित होकर उसी अंदाज में दुल्हन को सजाने की होड़ लगी हुई है। चाहे फिल्म पदमावत में रानी पदमावती के किरदार में दीपिका पादुकोण हों या फिर सीरियल कुंडली भाग्य में प्रीता अरोड़ा के किरदार में श्रद्धा आर्या के परिधान। शादियों में दुल्हन की खास पसंद इन्हीं के परिधान बने हुए हैं।
50 हजार तक के लहंगा :
शादी का सीजन शुरू हो चुका है और उसकी तैयारी जोरों से चल रही हैं। दूल्हे के साथ दुल्हन को भी नया लुक देने के लिए खास किस्म के परिधान पसंद किए जा रहे हैं। साड़ियों से अलग हटकर लहंगा के साथ लांचा भी पसंद किए जा रहे हैं। इसमें विविध रंगों के साथ कपड़ों की क्वालिटी भी पसंद की जा रही है। बनारसी साड़ी के स्थान पर बनारसी लहंगा पसंद किए जा रहे हैं। यह लहंगा सात हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक के बाजार में है।
लहंगा में चेरी रेड व लांचा
में वाइन परपल पसंद
लहंगा में जहां चेरी रेड के अलावा बेंगलुरु सिल्क, एम्ब्रॉइडरी प्योर सिल्क, नेट बेस्ड डिजायनर और वाइन परपल लांचा पसंद किए जा रहे हैं। इसमें लाल व मेहरून के अलावा अन्य रंगों की मांग बनी हुई है। इनका कहना है
दुल्हनों को सजाने में खास रंग और डिजाइनों के लहंगे और लांचा पसंद किए जा रहे हैं। इसमें बड़े और छोटे पर्दे की कलाकारों के परिधानों की आज भी मांग बनी हुई है।
-पवन बंसल, विक्रेता बाजार में मैंने कई तरह के लहंगा और लांचा देखे थे, लेकिन बनारसी सिल्क का लहंगा मुझे देखने में अच्छा लगा। इसलिए मैं वहीं खरीद कर ले जा रही हूं।
-प्रीति अग्रवाल, ग्राहक