पाकिस्तानी डाक टिकटें होंगी खाक
कई डाक टिकटों में दिखाया है कश्मीर को भारत से अलग ब्लर्ब- डाक टिकट संग्रहकर्ता बुधवार की शाम को जलाएंगे 1,100 टिकटों की होली
संवाद सहयोगी, हाथरस : आतंकी हमले में 40 सैनिकों के शहीद होने से पूरे देश में उबाल है। हर शख्स अपने तरीके से विरोध जाहिर कर रहा है। गम और आक्रोश के माहौल में डाक टिकट संग्रहकर्ता शैलेंद्र वाष्र्णेय ने पाकिस्तान में जारी हुई सभी डाक टिकटों को नष्ट करने का फैसला किया है। बुधवार शाम ऐसी 1,100 डाक टिकटों की होली जलाई जाएगी।
इन टिकटों में से कई डाक टिकटें सालों पुरानी हैं और उनमें भारत के प्रति जहर उगलते पाकिस्तान की मनोदशा को साफतौर पर देखा जा सकता है। शैलेंद्र वाष्र्णेय के संग्रह में 1963 में पाकिस्तान में जारी वह डाक टिकट भी है जिसमें कश्मीर को भारत के नक्शे से अलग दर्शाकर विवादित क्षेत्र बताया गया है। शैलेंद्र के मुताबिक पाक के तानाशाहों ने अपने ¨जदा रहते खुद की डाक टिकटें जारी कीं। ऐसी तमाम डाक टिकट उनके संग्रह में मौजूद हैं। पाकिस्तान के हुक्मरानों ने आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसी भारतीय पर कभी डाक टिकट जारी नहीं की।
शैलेंद्र के मुताबिक वह कभी भी पाकिस्तान में जारी की गई डाक टिकटों का संग्रह नहीं करना चाहते थे, लेकिन एक मित्र की सलाह पर वह इसके लिए राजी हो गए थे। कई साल बाद उन्हें अपनी इस भूल पर पछतावा हो रहा है।