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लापरवाही बरतने पर कस्तूरबा स्कूलों की वार्डन को नोटिस

शिक्षिकाओं को प्रेरणा पोर्टल पर देनी थी उपस्थिति ऐसा नहीं किया बीएसए ने समस्त वार्डन से मांगा जवाब।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 04:03 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 04:03 AM (IST)
लापरवाही बरतने पर कस्तूरबा स्कूलों की वार्डन को नोटिस
लापरवाही बरतने पर कस्तूरबा स्कूलों की वार्डन को नोटिस

संस, हाथरस : जिले में संचालित सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में तैनात शिक्षिकाओं को विद्यालयों में उपस्थित होकर अपनी उपस्थिति प्रेरणा पोर्टल पर देनी थी, लेकिन शिक्षिकाओं ने अलग-अलग स्थानों से अपनी लोकेशन देकर उपस्थिति पोर्टल पर दर्ज करा दी। इस पर राज्य परियोजना निदेशक ने नाराजगी व्यक्त की है। बीएसए ने शिक्षिकाओं की लापरवाही में वार्डन की संलिप्तता पाई है। सभी छह विद्यालयों की वार्डन को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। सात दिन में जवाब देना है।

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जिले के हाथरस, हसायन, सादाबाद, सिकंदराराऊ, मुरसान और सहपऊ में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में गरीब व अनाथ बालिकाओं को कक्षा छह से आठ तक की शिक्षा निश्शुल्क प्रदान की जाती है। विद्यालय संचालित करने की जिम्मेदारी वार्डन पर होती है। विद्यालयों में पूर्ण कालीन शिक्षिकाओं को भी वहीं रहकर शिक्षा देनी होती है। प्रेरणा पोर्टल के जरिए अपनी लोकेशन व उपस्थिति शिक्षिकाओं को देनी होती है। इसके लिए कुछ माह पूर्व राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षण ने निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकांश कस्तूरबा विद्यालयों में तैनात शिक्षिकाओं ने नियमित पोर्टल पर उपस्थिति नहीं दी। बीएसए ने जब पोर्टल का अवलोकन किया तो संज्ञान में आया कि विद्यालय स्टाफ ने विभिन्न लोकेशन से अपनी उपस्थिति दी है। इससे स्पष्ट होता है कि विद्यालय स्टाफ विद्यालय में उपस्थित नहीं होता है। बीएसए शाहीन ने अब सभी छह विद्यालयों की वार्डन को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। हक के लिए जूझ रहे वित्तविहीन शिक्षक

संसू, सिकंदराराऊ : कोरोना संक्रमण की वजह से माध्यमिक शिक्षा परिषद के वित्तविहीन विद्यालय संचालक काफी परेशान हैं। विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षक आंदोलित भी हैं। पिछले दिनों शिक्षा विभाग के अधिकारियों के यहां धरना-प्रदर्शन करके अपनी आवाज बुलंद की थी, लेकिन इसके बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। मंगलवार को वित्तविहीन शिक्षकों ने सिकंदराराऊ में विधायक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर अपनी मांग रखी।

कोविड-19 महामारी के कारण बंद स्कूलों को खुलवाने, कोरोना राहत पैकेज देने, बिजली का बिल मा़फ करने के लिए संघर्ष किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों ने शिक्षकों की मांगों पर विचार नहीं किया। शिक्षक व शिक्षिकाएं आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। वित्तविहीन शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष आरपी शर्मा एवं प्रांतीय संगठन मंत्री नरेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल सिकंदराराऊ पहुंचा। सिकंदराराऊ विधायक वीरेंद्र सिंह राणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष का कहना है कि 28 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र सादाबाद के शिक्षक विधायक रामवीर उपाध्याय को तथा 29 जुलाई को हाथरस विधानसभा क्षेत्र के शिक्षक विधायक हरीशंकर माहौर को ज्ञापन देंगे। 30 जुलाई को जिले के शिक्षक व शिक्षिकाओं के द्वारा शिक्षक विधायक डा. आकाश अग्रवाल को तथा 31 जुलाई को स्नातक विधायक डा. मानवेन्द्र प्रताप को ज्ञापन सौपा जाएगा


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