विकास कार्य न होने से गुस्से में ग्रामीण
तहसील सासनी के गांव नगला किशोर में सुविधाओं का अभाव आक्रोश की आंच -ग्रामीणों ने राजनेताओं व प्रशासन को दी आंदोलन की चेतावनी -प्रशासन ने समय रहते सुध नहीं ली तो नेताओं को झेलना होगा विरोध
जागरण संवाददाता, हाथरस : चुनाव के दौरान तमाम राजनेताओं के वायदे के बावजूद सासनी तहसील क्षेत्र का गांव नगला किशोर बदहाल है। यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गांव तक जाने के लिए सड़क अभी तक नहीं बनी है। कच्चे रास्ते पर आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का सब्र अब जवाब दे गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब चुनाव आते हैं तो नेता गांव में आकर बड़े-बड़े वायदे करते हैं, लेकिन कभी उनपर अमल नहीं होता। आरोप है कि चुनाव के बाद से किसी भी बड़े नेता ने उनके गांव की ओर रुख नहीं किया। दशकों से वे लोग समस्याओं से अवगत कराते आ रहे हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गांव को जाने वाली सड़क कच्ची है। धूल उड़ती रहती है। यह धूल स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रही है। आए दिन हादसे भी होते हैं। बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी होती है। कहीं कोई सुनवाई ना होने पर अब ग्रामीणों ने खुद ही मोर्चा खोल दिया है तथा आंदोलन के बैनर बनवा लिए हैं। गांव के मुख्य रास्ते पर चेतावनी भरा यह बैनर लगा दिया गया है। ग्रामीणों ने साफ कह दिया है कि यदि सड़क नहीं बनी तो वे किसी राजनीतिक पार्टी को सपोर्ट नहीं करेंगे तथा नोटा का प्रयोग करेंगे। इसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो अनशन पर बैठेंगे। गांव के हित में वे बड़े से बड़ा कदम उठाने को तैयार बैठे हैं।
सोमवार से बैनर-पोस्टर लेकर ग्रामीण क्रमबद्ध तरीके से गांव के रास्ते पर बैठ गए हैं। हैरानी की बात है कि अभी तक अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मंगलवार को भी शासन-प्रशासन व सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने नारेबाजी की। ग्रामीण पूरा प्रयास कर रहे हैं कि प्रशासन व नेताओं का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो। इनका कहना है
मामले की जानकारी नहीं है। ग्रामीणों की क्या समस्या है, इस बारे में जानकारी की जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि संबंधित कार्यों का प्रस्ताव गया है या नहीं। उनकी समस्या दूर कराई जाएगी।
-डॉ. रमाशंकर मौर्य, डीएम