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पौरुष की मौत के मामले में जांच को आई टीम

-एक साल पहले उपचार के दौरान हालत बिगड़ने पर हुई थी मौत -कार्रवाई न होने पर मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री से की थी शिकायत

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Feb 2019 06:19 AM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 06:19 AM (IST)
पौरुष की मौत के मामले में जांच को आई टीम

जागरण संवाददाता, हाथरस: सांसद प्रतिनिधि मुकेश पौरुष मौत प्रकरण में शनिवार को मंडल स्तर से दो अधिकारियों की टीम ने हाथरस पहुंच छानबीन की। अधिकारियों ने मृतक की पत्नी सुनीता पौरुष के बयान दर्ज किए। बाद में आरोपित चिकित्सक की क्लीनिक जाकर भी पूछताछ की।

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9 मार्च 2018 को मुकेश पौरुष की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। वे हाथ का ऑपरेशन कराने के लिए शहर के सरस्वती हॉस्पीटल गए थे। वहां हालत बिगड़ने पर उन्हें आगरा रेफर किया गया था। आगरा में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। मुकेश की पत्नी सुनीता पौरुष का आरोप है कि सरस्वती हॉस्पीटल के चिकित्सकों की लापरवाही से उनके पति की जान गई। उनका कहना है कि एनेस्थीसिया की ओवरडोज के कारण मौत हुई थी। इस मामले में कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज हुआ था। विवेचना सीओ सिटी कर रही थीं। इस बीच सुनीता पौरुष ने मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक शिकायती पत्र भेजे। 24 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री कार्यालय पर आत्मदाह की भी चेतावनी दी थी। सुनीता पौरुष ने सीबीआइ जांच की भी मांग की थी। लगातार शिकायतों के चलते कमिश्नर ने अलीगढ़ के एडीएम सिटी एसवी ¨सह व एसपी ट्रैफिक अजीज उल हक को जांच सौंपी।

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बिसरा रिपोर्ट भी हो गई थी फेल: पुलिस बिसरा रिपोर्ट के इंतजार में बैठी थी। नवंबर 2018 में जब रिपोर्ट आई तो विवेचना धरी की धरी रह गई। बिसरा रिपोर्ट भी मौत की वजह स्पष्ट नहीं कर सकी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, हर्ट व बिसरा रिपोर्ट से जब मौत की वजह पता नहीं चली तो विवेचक ने उच्च स्तरीय विशेषज्ञ टीम की राय के लिए सिफारिश की।


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