ठहर सी गई जिदगी, सड़कें दिखीं वीरान
नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में घंटे-घड़ियाल खामोश लॉकडाउन के बीच ऐसे ही बीता दिन ब्लर्ब- खिड़कियों से झांकतीं महिलाएं और पुरुषों के चेहरों पर अजीब सी बेचैनी के भाव नजर आए
जागरण संवाददाता, हाथरस : बुधवार की सुबह 10 बजे अलीगढ़-आगरा हाईवे पर हाथरस शहर की तरफ जाने वाली सड़क वीरान थी। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए संकल्पित लोगों की जिदगी ठहर सी गई थी। हूटर बजाती पुलिस की गाड़ियां निकलतीं तो गलियों में उछलकूद करते बच्चों का झुंड डरते हुए घरों की तरफ दौड़ता नजर आता। मकान की खिड़कियों से झांकतीं महिलाएं और पुरुषों के चेहरे पर अजीब सी बेचैनी के भाव थे। नवरात्र का पहला दिन मगर मंदिरों में घंटे-घड़ियाल खामोश थे। लॉकडाउन के बीच इसी तरह बीता पूरा दिन।
सुबह 10:30 बजे सासनी गेट चौराहे पर न ट्रैफिक के जवान थे और न वाहनों की आवाजाही। कुछ परचूनी दुकानें जरूर खुली थीं, जहां लोग खरीदारी करते दिखे। 10:45 बजे कमला बाजार चौराहे की सारी दुकानें बंद थीं। लॉकडाउन से पहले यहां सुबह से ही कचौड़ी, खस्ता खाने वालों की भीड़ नजर आती थी। दोपहर करीब 12 बजे मेंडू गेट पुलिस चौकी के पास कुछ लोग चबूतरे पर बैठे दिखे, मगर पुलिस को देख घर में घुस गए।
तालाब चौराहे की तरफ कोतवाली सदर की जीप पहुंची तो वहां से निकलते बाइक सवार को रोका और डंडा दिखाते हुए हड़काया, 'सब कुछ बंद है तो बाहर क्यों आया? भाग जा यहां से वरना..।'
दोपहर 12:30 बजे तालाब चौराहे से चंद कदम पर मुरसान अड्डे पर आवाज लगाकर सवारियां भरने वाले मैजिक भी गायब थे। तालाब चौराहा फाटक से होकर निकलने की मारामारी नदारद थी। चौराहे पर ड्यूटीरत ट्रैफिक के जवान भी गायब। सब कुछ शांत। 12:45 बजे मुरसान रोड भी वीरान नजर आया। एक, दो लोग जरूर निकलते दिखे। मुरसान रोड से एक रास्ता मुरसानगेट तरफ निकलता है। यहां बौहरे वाली माता का प्राचीन मंदिर है। नवरात्र में सुबह से ही यहां पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ उमड़ती रही है, मगर लॉकडाउन के चलते मंदिर पर ताला लटका था।
12:50 बजे मुरसानगेट से रोडवेज बस अड्डे की तरफ निकले तो दो लैपर्ड कर्मी हमें लौटने की हिदायत दे रहे थे। परिचय बताने पर जाने दिया। रोडवेज बस अड्डा वीरान था। बस अड्डे के बाहर दो-तीन पुलिस वाले थे जो मोबाइल फोन पर व्यस्त दिखे। यहां से होते हुए सादाबाद गेट से निकलते हुए पहुंच गए चांवड़गेट चौराहा जहां ऑयल से भरा टैंकर शायद रास्ता भूल गया था और वह सुनसान चौराहे पर हमें नजदीक आते देख मथुरा जाने का रास्ता पूछने लगा। सर्राफा बाजार भी बंद था। करीब 1.30 बजे कई और बाजारों में भी घूमे, मगर हमें पूरी तरह से सख्ती दिखी। खुद डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी गौरव बंसवाल, एसडीएम रामजी मिश्र अपनी गाड़ी से शहर के भ्रमण पर निकले तो उन्होंने भी शाम को दैनिक जागरण को बताया कि लॉकडाउन का हाथरस में पूरी तरह से पालन किया गया है, जो आगे भी जारी रहेगा। शाम को साढ़े चार बजे भी बाजार का सन्नाटा सुबह जैसा था।