लेखपालों के खिलाफ वकीलों का मोर्चा
सोशल मीडिया पर वायरल के डर से निजी लोगों के माध्यम से ले रहे रिश्वत आरोप -एसडीएम से मिलकर लेखपालों की क रतूतों पर रोक लगाने की मांग की -रिश्वत न मिलने पर किसानों के काम में लापरवाही कर रहे लेखपाल
संवाद सूत्र, सिंकदराराऊ : गंभीर शिकायतों पर चार लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि के बावजूद उनके रवैये में सुधार नहीं हो रहा है। सिविल कोर्ट के वकीलों के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम रामजी मिश्र से मिलकर रिश्वतखोर लेखपालों की शिकायत कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया कि लेखपाल किसानों के काम में लापरवाही बरत रहे हैं और निजी लोगों को रखकर अवैध वसूली कर रहे हैं। एसडीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वकीलों ने कहा कि पूर्व में लेखपालों के रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अब लेखपाल सीधे रिश्वत की रकम नहीं लेते, अलबत्ता इसके लिए निजी व्यक्तियों को रख लिया है जो लेन-देन करते हैं।
एसडीएम ने कहा कि अधिकाश लेखपाल तहसील मुख्यालय पर ही डेरा जमाए रहते हैं और अपने हल्कों में नहीं जाते हैं। निर्देश है कि कोई भी लेखपाल तहसील मुख्यालय पर नहीं दिखना चाहिए। चौपाल लगाकर शिकायतों का निस्तारण करें। वाट्सएप पर छुट्टी मागने की परंपरा को भी बंद कर दिया गया है। सोमवार को तहसील परिसर स्थित लेखपालों के आवासों पर छापेमारी की थी। इस दौरान वहा बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी हुई थी जो कि दूरदराज के गावों से अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए आए हुए थे। लेखपाल यज्ञेश रावत व नीलम कुमारी को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बावजूद सुधार नहीं दिख रहा है। प्रतिनिधिमंडल में अजय पुंढीर, नरेश प्रताप सिंह, महेश पुंढीर, संजय कुमार ,बनी सिंह बघेल, हिमाशु दीक्षित, सलीम खा मौजूद थे।
रिक्शा चालक की अधिक
आय दर्शाई, पड़ी फटकार
ब्लर्ब-
एसडीएम ने लेखपाल को प्रमाणपत्र निरस्त कर दोबारा बनाने के दिए निर्देश, कार्रवाई की चेतावनी भी संसू, सिकंदराराऊ : जाति-आय प्रमाणपत्र बनाने में लेखपालों की मनमानी का मामला मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर आया। एक पीड़ित रिक्शा चालक उप जिलाधिकारी से मिला और बताया कि लेखपाल ने उसकी आय ज्यादा दर्शा दी है, जिससे उसे सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सकता है। शिकायत पर उप जिलाधिकारी ने लेखपाल को कार्यालय में बुलाकर कड़ी फटकार लगाई एवं पीड़ित का आयप्रमाण पत्र दोबारा बनाने के निर्देश दिए।
नगर के मोहल्ला सराय उम्दा बेगम निवासी इदरीश खा पुत्र कल्लू खा रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उन्होंने तहसील से अपना आय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। इसपर कस्बे मे तैनात लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में रिक्शा चालक इदरीश खान की सालाना आय 72,000 रुपये दर्शाते हुए प्रमाणपत्र जारी कर दिया। जब इदरीश के हाथ में आय प्रमाणपत्र आया तो वे चौंक गए। लेखपाल से शिकायत की, लेकिन उसने नहीं सुनी। फिर वे उपजिलाधिकारी कार्यालय शिकायत करने पहुंचे।
उपजिलाधिकारी रामजी मिश्र ने लेखपाल को बुलवाया और रिक्शा चालक की आय के स्त्रोत के बारे में पूछताछ की। लेखपाल को फटकार लगाई तथा प्रमाणपत्र निरस्त कर दूसरा जारी करने के निर्देश दिए।