मन में रह गईं 'लल्लूराम' की कई ख्वाहिशें
जागरण संवाददाता, हाथरस : निर्माता-निर्देशक व अभिनेता शिव कुमार शर्मा की कई इच्छाएं उनके साथ ही
जागरण संवाददाता, हाथरस : निर्माता-निर्देशक व अभिनेता शिव कुमार शर्मा की कई इच्छाएं उनके साथ ही चली गईं। वह उत्तर प्रदेश में सरकार के सहयोग से फिल्म एंड एक्टिंग इस्टीट्यूट, अलीगढ़ में खुद का ट्रेनिंग सेंटर व ब्रज की पृष्टभूमि पर एक और फिल्म 'ब्रजवाला' बनाने चाहते थे।
जीवन हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. जयंत शर्मा ने बताया कि करीब 20 साल से वह हमारे यहां आते थे। वह चाहते थे कि उत्तर प्रदेश में सरकार एक फिल्म एंड एक्टिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना करे। इसके लिए वह जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के लिए जाने वाले थे। अफसोस, ऐसा नहीं हो पाया।
उधर, गांव देदामई में दिवंगत के दाह संस्कार में पहुंचे महाकवि गोपाल दास नीरज के पीए रहे कवि रामसिंह ने बताया कि दो माह पूर्व उन्होंने मुझे गांव में बुलाया। बॉलीवुड ड्रांस ग्रुप के दीपक पंडित के साथ मैं पहुंचा। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में एक एक्टिंग स्कूल खोल रहा हूं। यहां का काम तुम संभालो। यह भी बताया कि मुंबई व पुणे में प्रशिक्षुओं से ढाई से तीन लाख रुपये तक लिए जाते हैं, मैं यहां बेहद कम शुल्क पर युवाओं को मौका दूंगा। मुंबई से फिल्म व रंगमंच के मझे हुए कलाकार यहां आएंगे। गायक अनिल वर्मा ने बताया कि वह ब्रज क्षेत्र की पृष्ठभूमि पर एक और फिल्म 'ब्रजवाला' बनाने की तैयारी भी कर रहे थे। फोन पर कई बार इच्छा प्रकट की। यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई। ------- फरीदाबाद से दस दिन पहले ही आए थे अपने गांव
मायानगरी से नाता टूटने के बाद कई साल से शिवकुमार अपने दोनों बेटों राम, लखन तथा पत्नी सुमन पाठक के साथ फरीदाबाद में रहने लगे थे। सुमन पाठक हाथरस जंक्शन के गांव पबलोई की हैं। राम-लखन जुड़वा भाई हैं और दिल्ली की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, जिनकी अभी शादी नहीं हुई है। शिवकुमार पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। इनके छोटे भाई नरेंद्र कुमार व रामकुमार देदामई में परिवार के साथ रहते हैं। इनकी एक बहन रमा शर्मा का निधन हो चुका है। छोटी बहन शारदा कॉस्ट्यूम डिजाइनर है। दस दिन पहले अपने भाइयों के पास शिवकुमार देदामई आए थे, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वापस नहीं जा सके। शनिवार को उनके भाइयों ने अस्पताल में भर्ती कराया था।