हाथरस के 75 कारोबारियों को आयकर नोटिस
पड़ताल -करोड़ों की कमाई का जरिया नहीं बता सके माननीय और व्यापारी -नोटिस पाने वालों में शहर के नामचीन स्कूल रसूखदार लोग भी
जासं, हाथरस : करोड़ों का लेनदेन करने वाले कारोबारी आयकर विभाग को यह नहीं बता पा रहे हैं कि उनके खातों में आई करोड़ों की धनराशि का जरिया क्या है? ऐसे 75 कारोबारियों को आयकर विभाग ने नोटिस दिया है। इनके अलावा कई नामचीन स्कूल संचालक, रसूखदार, व्यापारियों के अलावा माननीय भी हैं। सूत्रों की मानें तो विभागीय अधिकारी जानकारियां जुटाने के बाद कारोबारियों से लेकर नेता और स्कूलों के खातों में हो रहे लेनदेन की जांच-पड़ताल करते हैं कि खाते में आ-जा रही धनराशि का जरिया जान सकें। कई बार कारोबारियों को बुलाकर उनसे पूछा भी जाता है कि खातों में करोड़ों की दर्ज रकम का जरिया क्या है? मगर, तमाम कारोबारी जब ये बता नहीं सके कि खाते में आई रकम का जरिया क्या है तो उनको नोटिस भेजे। फिलहाल 260 कारोबारियों के खातों की जांच में 75 में गड़बड़ी पकड़ी गई है। इन्हें नोटिस के बाद कई ने तो कमिश्नर आयकर अलीगढ़ में अपील भी अधिवक्ता के माध्यम से डलवा दी है। जानकारी ये भी मिली है कि इन सभी कारोबारियों पर करीब 12 करोड़ रुपये टैक्स में गड़बड़ी की आशंका है। नियम है कि कमिश्नर के यहां सुनवाई तब होती है जब निर्धारित रकम से 20 फीसद रकम पहले जमा करनी होगी। कुछ कारोबारियों ने 20 फीसद धनराशि जमा करने का मन बना लिया है।
आयकर का स्लैब
05 लाख से कम पर कोई टैक्स नहीं
05 लाख 10 लाख तक 20 फीसद टैक्स
10 लाख से ऊपर आय पर 30 फीसद टैक्स