सूखे पड़े हैंडपंप गर्मी में कैसे बुझाएंगे प्यास
जागरण संवाददाता, हाथरस : शहर के खराब पड़े हैंडपंपों की हालत अगर ऐसी ही रही तो ये कैस
जागरण संवाददाता, हाथरस :
शहर के खराब पड़े हैंडपंपों की हालत अगर ऐसी ही रही तो ये कैसे लोगों की प्यास बुझा पाएंगे। इन दिनों गर्मी ने भी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। दिन-ब-दिन मौसम तपता जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में मूलभूत सुविधाओं में सबसे जरूरी पानी का संकट न पैदा हो, इसके लिए जल निगम को अभी से सतर्क होना पड़ेगा।
शहर में करीब 1700 इंडिया मार्क टू हैंडपंप लगे हुए हैं। करीब 300 हैंडपंप खराब हैं। इनमें 60 हैंडपंप ऐसे हैं, जिनकी री-बो¨रग होनी है। हालांकि वाटरवर्क्स द्वारा शहर में 60 हैंडपंपों को री-बोर कराए जाने की सूची जल निगम को भेजी गई थी। इन पर कार्य शुरू करा दिया गया है। शेष 240 हैंडपंपों में भी मरम्मत होनी हैं, जिन पर सर्वे के बाद जल निगम द्वारा काम शुरू करा दिया जाएगा।
बता दें कि इन हैंडपंपों को सही कराए जाने की मांग तहसील दिवस के अलावा लोग पालिका के अधिकारियों से भी कर चुके हैं। सभासद भी अपने-अपने वार्डो को हैंडपंपों को सही कराने के प्रयास कर चुके हैं, लेकिन समस्या की ओर विभाग अंजान है। जून शुरू होते ही चटक गर्मी शुरू हो जाएगी। ऐसे में इन हैंडपंपों को सही न कराया गया तो आने वाले समय में लोगों को पीने के पानी के लिए भी भटकना पड़ सकता है।
ये मोहल्ले प्रभावित : लाल वाला पेंच, होली वाली गली, जिला बागला अस्पताल, कैलाश नगर, बैनीगंज, भूरापीर, लाला का नगला, रमनपुर समेत कई मोहल्लों में हैंडपंप खराब पड़े हैं।
हो गया शिकायत का निस्तारण
लाल वाला पेंच के रहने वाले मधु शंकर अग्रवाल ने जीआइआरएस पर शिकायत करते हुए शहर में खराब पड़े इंडिया मार्क टू हैंडपंपों को सही कराने की मांग की थी। इस शिकायत का निस्तारण करते हुए पालिका के अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट डीएम को यह कहते हुए भेज दी है शहर में हैंडपंप री-बोर का कार्य प्रस्तावित है। बोर्ड स्वीकृति के बाद हैंडपंप का री-बोर कराया जाना संभव है। इसी के साथ समस्या का निस्तारण कर दिया है। इनका कहना हैं
शहर में खराब पड़े इंडिया मार्क टू हैंडपंपो का सर्वे कराकर जल्द ही सही कराया जाएगा। 60 हैंडपंपों की री-बो¨रग के लिए जल निगम को सूची भेजी गई हैं। री-बो¨रग का कार्य चल रहा है।
- नंद किशोर, जेई वाटरवर्क्स