पुलिस की पकड़ में नहीं आए गांजा तस्कर
सादाबाद में 22 अक्टूबर की अलसुबह एसओजी व पुलिस की संयुक्त टीम ने हाथरस रोड की भार्गव कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान से भारी मात्रा में गांजा पकड़ा था। इस मामले में पुलिस अभी तक किसी तस्कर को नहीं दबोच पाई।
संसू, हाथरस : सादाबाद में 22 अक्टूबर की अलसुबह एसओजी व पुलिस की संयुक्त टीम ने हाथरस रोड की भार्गव कॉलोनी के निर्माणाधीन मकान से भारी मात्रा में गांजा पकड़ा था। इस मामले में पुलिस अभी तक किसी तस्कर को नहीं दबोच पाई।
आठ कुंटल 40 किलो गांजा बरामदगी के बाद पुलिस तस्करों का ट्रक तथा कार व दो मोबाइल भी बरामद किए थे। पकड़ा गया ट्रक तथा कार व निर्माणाधीन मकान के तार एक दूसरे से जुड़े होने के कारण इसमें आगरा के एक व्यापारी शौर्य अग्रवाल का नाम सामने आया है। शौर्य अग्रवाल का नाम सामने आने पर पुलिस तथा एसओजी की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए जुट गई, लेकिन पुलिस की कार्यवाही से पहले ही गांजा तस्करी से जुड़े ये लोग अपने घरों में ताला लगाकर फरार हो गए, जिसके कारण आगरा में उक्त घरों पर ताले लटके होने के कारण पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस उपाधीक्षक ब्रह्म सिंह के अनुसार इस मामले में एसओजी की टीम तथा स्थानीय पुलिस की टीम के अलावा आगरा पुलिस की एक टीम लगी हुई है। उनके घरों की निगरानी की जा रही है। अभी तक भागे हुए गांजा तस्करों की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस मोबाइलों को सर्विलांस पर लगाकर निश्चित रूप से कामयाबी हासिल करेगी और गांजा कारोबार में लिप्त सभी तस्करों को शीघ्र गिरफ्तार करेगी। हसायन पुलिस ने गांजा तस्कर को दबोचा
संसू, हसायन : हसायन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर गांव गोपालपुर मोड़ तिराहा से एक युवक को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 3 किलो 600 ग्राम गांजा बरामद कर उसे जेल भेजा गया। थानाध्यक्ष मृदुल कुमार सिंह ने बताया कि एसआइ तेजेंद्र प्रताप सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक युवक भारी मात्रा में गांजा लेकर तस्करी करने कही जा रहा है। सूचना पर दबिश देकर सुजीत कुमार पुत्र यज्ञदत्त निवासी मोहल्ला किला खेड़ा कस्बा व थाना हसायन को गिरफ्तार किया।
शौर्य का पिता भी गांजा तस्कर, दो बार जा चुका जेल
जासं, आगरा: सादाबाद में शुक्रवार को हुई साढ़े आठ कुंतल गांजा बरामदगी में आरोपित शौर्य अग्रवाल का पिता विशाल भी गांजा तस्करी के आरोप में दो बार जेल जा चुका है। एक मामले में तो वह कारोना काल में ही जमानत पर जेल से बाहर आया है।
हाथरस के सादाबाद में भार्गव कॉलोनी के प्लाट पर पुलिस ने ट्रक से 8.40 कुंतल गांजा बरामद किया था। यह प्लाट शौर्य अग्रवाल पुत्र विशाल अग्रवाल का है। बरामद कार शौर्य की मां संगीता अग्रवाल के नाम पंजीकृत है। पुलिस ने इन सभी को आरोपित बनाया है। हाथरस पुलिस ने शास्त्रीपुरम की द्वारिकापुरी कॉलोनी में उनके मकान पर आकर भी आरोपितों के बारे में जानकारी की। मकान पर ताला लगा था, पता चला कि परिवार तीन साल से यहां नहीं रह रहा है।
विशाल अग्रवाल और मथुरा के दाऊजी के एक गांव के प्रधान को वर्ष 2018 में जगदीशपुरा थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर अरविद कुमार ने 18 कुंतल गांजे से लदे ट्रक और लग्जरी कार समेत गिरफ्तार किया था। विशाल काफी समय जेल में रहा था। जमानत पर छूटने के बाद दोबारा गांजा तस्करी के काम में लग गया। इंस्पेक्टर सिकंदरा अरविद कुमार ने ही उसे इस साल जनवरी में 25 किलो से ज्यादा गांजे के साथ गिरफ्तार कर दोबारा जेल भेजा था। कोरोना काल में जमानत मिलने पर विशाल अग्रवाल जेल से छूटकर आ गया था।
माना जा रहा है कि आगरा में पुलिस के दबाव बनाने पर वह हाथरस में शिफ्ट होने की तैयारी में था। गांजा की अवैध खरीद-फरोख्त का काम वहां भी करने लगा था। हाथरस पुलिस ने आगरा में उसके ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
तकादे वालों से परेशान कालोनी के लोग
कालोनी में विशाल अग्रवाल दस साल पहले मकान लेकर रहने आया था। तब उसने बताया था कि शराब का काम करता है। गांजा तस्करी में गिरफ्तार होने के बाद लोगों को उसकी असलियत पता चली। बताते हैं उसने कई लोगों की लाटरी भी डाल रखी थी। कई कंपनी और बैंक वाले भी उसके यहां तकादा करने आते रहते हैं। इससे कालोनी वाले भी परेशान हैं।