बरसाना में हुए हादसे में हेड कांस्टेबल की मौत
दर्दनाक बस व ट्रक की भिड़ंत में तीन लोगों ने गंवाई जान कासगंज में थी तैनाती राधा अष्टमी के चलते लगी थी वहां ड्यूटी यहां परिवार में मचा कोहराम
जागरण संवाददाता, हाथरस : कासगंज में तैनात शहर के हेड कांस्टेबल की बरसाना में सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। हादसा शुक्रवार तड़के बरसाना के निकट हुआ। यहां खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजन बरसाना के लिए रवाना हो गए।
शहर के मोहल्ला नवीपुर निवासी प्रताप सिंह (52) पुत्र तोताराम यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल थे तथा मूल रूप से राया (मथुरा) के गांव नगला चंदन के रहने वाले थे। हाथरस में तैनाती के दौरान कई साल पहले यहां घर बनवा लिया था। उनके परिवार में तीन लड़के व एक लड़की है। एक लड़की व एक लड़के की शादी कर चुके हैं। वर्तमान में कासगंज के ढोलना थाना में तैनाती चल रही थी। राधा अष्टमी के चलते उनकी ड्यूटी बरसाना में लगी थी। तीन सितंबर को वे मथुरा ड्यूटी पर गए थे। गोवर्धन लिक रोड पर मोबाइल ड्यूटी पर थे। शुक्रवार तड़के लगभग चार बजे वे रोडवेज की अनुबंधित बस से ड्यूटी प्वाइंट पर जा रहे थे। बरसाना से लगभग आठ किलोमीटर आगे गांव हतिया के पास ट्रक से बस की भीषण भिड़ंत हो गई। चालक के पास आगे बैठे तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें प्रताप सिंह भी शामिल थे। हादसे में एक दर्जन सवारियां घायल हुईं। हादसे की जानकारी पर पुलिस प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। प्रताप सिंह वर्दी में थे।
मथुरा से कासगंज खबर दी गई तथा कासगंज से घर पर सूचना आई। सुबह छह बजे घर खबर आते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजन आनन-फानन मथुरा भागे। पोस्टमार्टम के बाद शाम सात बजे शव नवीपुर स्थित घर पहुंचा। यहां पत्नी बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। शहर कोतवाल प्रवेश राणा, थाना ढोलना एसएचओ रवेंद्र बहादुर हेड कांस्टेबल के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। छत से गिरकर सिपाही घायल
हाथरस : गांव जोगीपुर के रहने वाले सिपाही विनोद कुमार छत से गिरकर घायल हो गए। विनोद पुलिस लाइन में तैनात हैं तथा मुल्जिम ड्यूटी पर चल रहे हैं। देर शाम उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां से अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। दाल मिल में करंट से मजदूर की मौत
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जासं, हाथरस : चामड़ गेट स्थित दाल मिल में करंट से मजदूर की मौत हो गई। सादाबाद के गांव रसगवां निवासी वीरपाल उर्फ वीरेंद्र (55) पुत्र ओमप्रकाश लक्ष्मी नारायण पवन कुमार दाल मिल में काम करते थे। शनिवार की दोपहर वीरपाल काम कर रहे थे। साथी खाना खाने चले गए। वे पंखा उठाकर एक तरफ रख रहे थे। इतने में खुले तार से हाथ छू गया। करंट से पंखा लेकर जमीन पर गिर पड़े। शोर सुनकर साथी मजदूर मौके पर पहुंचे। उनके हाथ-पैर घिसे। इसके बाद अस्पताल लाए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।