Move to Jagran APP

16 साल पहले भी पुलिस हिरासत में मौत से हिल गया था हाथरस

बुलंदशहर निवासी अतीक को चोरी की कार समेत पकड़ा था पुलिस ने पुलिस हिरासत में मौत के बाद हुआ था जमकर हंगामा बाद में सुलहनामा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 04:28 AM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 04:28 AM (IST)
16 साल पहले भी पुलिस हिरासत में मौत से हिल गया था हाथरस
16 साल पहले भी पुलिस हिरासत में मौत से हिल गया था हाथरस

हिमांशु गुप्ता, हाथरस : चंदपा पुलिस की हिरासत में आरएसएस कार्यकर्ता राजकुमार उर्फ राजू की मौत का मामला पूरे प्रदेश में चर्चाओं में है। इस मामले में पांच पुलिस कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है। ठीक ऐसा ही मामला 16 वर्ष पहले भी सामने आया था। तब वर्ष 2006 में पुलिस हिरासत में आरोपित की मौत की गूंज हाथरस में उठी थी। कोतवाली सदर पुलिस की सुनाई दी थी। पुलिस अभिरक्षा में कार चोरी के आरोपित के दम तोड़ देने पर जमकर हंगामा हुआ था।

loksabha election banner

घटना कोतवाली सदर की थी। वर्ष 2006 में कोतवाली सदर पुलिस ने चोरी की कार के साथ अतीक निवासी बुलंदशहर को पकड़ा था। मुखबिर की सूचना पर उसे गिरफ्तार बताया गया था। अतीक ने वह कार दिल्ली से चोरी की थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे हवालात में बंद कर दिया। रात में उसकी तबीयत बिगड़ी तो पुलिसकर्मी जिला अस्पताल लेकर गए। वहां उपचार के दौरान अतीक की मौत हो गई थी। पुलिस हिरासत में मौत के बाद जमकर बखेड़ा हुआ था। तत्कालीन एसएचओ वीरेंद्र सिंह, एसआइ एसके सिंह और कांस्टेबल महेश कुमार पर मारपीट और लापरवाही का आरोप लगा था। मृतक के स्वजन ने हाथरस आकर हंगामा काटा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक आया था। कई दिन मामला चर्चाओं में बना रहा। बाद में इस मामले में समझौता हो गया था। अब बिसाना के आरएसएस कार्यकर्ता की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हाथरस फिर सुर्खियों में आ गया है। चंदपा प्रकरण में

मजिस्ट्रेट जांच शुरू

जासं, हाथरस : चंदपा पुलिस की हिरासत में बिसाना के आरएसएस कार्यकर्ता राजकुमार की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है। डीएम के निर्देश पर एडीएम न्यायिक मोइनुल इस्लाम इस प्रकरण की जांच कर रहे हैं। एडीएम की ओर से पुलिसकर्मियों, वादी पक्ष को नोटिस जारी किए गए हैं। सभी के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके साथ ही एडीएम ने कहा है कि इस संबंध में जो भी व्यक्ति जानकारी रखता हो या फिर कोई साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहता हो वह 26 मई तक किसी भी कार्यदिवस में कार्यालय पहुंचकर साक्ष्य प्रस्तुत कर सकता है। परिवार के सदस्य को नौकरी,

50 लाख मुआवजे की मांग

जासं, हाथरस: पुलिस हिरासत में आरएसएस कार्यकर्ता राजकुमार की मौत के मामले में भाजपा नेता मानवीर सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर पत्र भेजा है। इसमें मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि पुलिस हिरासत में राजकुमार की मौत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि राजकुमार के मृत्यु से पहले का मेडिकल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटें अलग-अलग आई हैं, यह पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करता है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बिसाना में तीसरे दिन भी

पुलिस फोर्स तैनात रहा

जासं, हाथरस: पुलिस कस्टडी में राजकुमार की मौत के बाद गांव में तनाव बना हुआ है। वहां सुरक्षा के लिहाज से पुलिस फोर्स तैनात है। पुलिस अभी मामले की जांच कर ही है। इस मामले में नामजद आरोपितों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। गांव में हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एसएचओ चंदपा का कहना है कि आरोपितों को पकड़ने के लिए दबिश जारी है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.