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एटा, इटावा व मैनपुरी में खप रहे हाथरस के तमंचे

सिकंदराराऊ पुलिस ने एटा बॉर्डर पर संचालित अवैध शस्त्र फैक्ट्री पकड़ी, चार शातिर गिरफ्तार ब्लर्ब- चुनावी साल होने के कारण मार्केट में बढ़ी डिमांड, तीन हजार रुपये में बिकता है एक तमंचा

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 06:44 AM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 06:44 AM (IST)
एटा, इटावा व मैनपुरी में खप रहे हाथरस के तमंचे
एटा, इटावा व मैनपुरी में खप रहे हाथरस के तमंचे

जागरण संवाददाता, हाथरस : सिकंदराराऊ पुलिस ने एक बार फिर अवैध शस्त्र फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पिछले एक साल में पुलिस आधा दर्जन फैक्ट्री पकड़ चुकी है। इस बार हसायन व सिकंदराराऊ के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे भारी मात्रा में अवैध शस्त्र व शस्त्र बनाने का सामान बरामद किया है। यहां से एटा के अलावा अलीगढ़ व कासगंज में भी सप्लाई की जा रही है। चुनावी साल होने तथा लाइसेंस बनवाने में तमाम झंझट होने के कारण इन दिनों अवैध हथियारों की डिमांड बढ़ गई है।

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एसपी जयप्रकाश ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कार्रवाई की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि सिकंदराराऊ कोतवाल मनोज शर्मा व उनकी टीम ने यह कामयाबी हासिल की है। गांव भदवास व एटा जिले के निधौलीकलां के बीच जंगल में यह फैक्ट्री चल रही थी। जंगल में ही जगह बदल-बदलकर ये लोग काम कर रहे थे। सोमवार देर रात पुलिस ने घेराबंदी कर फैक्ट्री पर दबिश दी। जनसोई नहर पुल व बंबा के बीच बबूलों से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्त में आने से पहले इन लोगों ने पुलिस पर फायर भी झोंका था। मौके से तैयार तमंचे, पौनिया, अधबने तमंचे व तमंचे बनाने का सामान बरामद किया। पुलिस ने श्रीपाल ¨सह व उसके बेटे महीपाल निवासी गांव बरसौली, हसायन तथा बादाम ¨सह व कमल ¨सह निवासीगण भुर्रका, सिकंदराराऊ को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि ये लोग हाथरस के अलावा एटा, इटावा व मैनपुरी में अवैध शस्त्र सप्लाई करते रहे हैं। अलीगढ़ व कासगंज भी तमंचे भेजे जाते हैं। एसपी ने बताया कि पिछले कई साल से इस काम में लिप्त हैं तथा दिन में ही चोरी छिपे झाड़ियों में काम करते हैं। पिछले कुछ दिनों से डिमांड बढ़ने के कारण रात में भी तमंचे व पौनिया बनाने का काम चल रहा था।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि एक तमंचे या पौनिया बनाने में 500 से 600 रुपये की लागत आती है तथा एक तमंचा तीन हजार व पौनिया चार हजार रुपये की बिकती है। एक महीने में 50 से 60 हथियार एक फैक्ट्री पर तैयार कर लिए जाते हैं। अब तक ये लोग हजारों हथियार बना चुके हैं। जानलेवा हमला व आयुध अधिनियम में मामला दर्ज कर इन्हें जेल भेजा गया। प्रेस वार्ता में एएसपी सिद्धार्थ वर्मा व सीओ आशीष प्रताप ¨सह भी मौजूद रहे। टीम को 20 हजार का इनाम

सिकंदराराऊ पुलिस अवैध शस्त्र बनाने वालों पर लगातार शिकंजा कस रही है। अब तक यह छठवीं फैक्ट्री पकड़ी गई है। इस अवैध कारोबार का कनेक्शन बरेली तक है। डेढ़ साल पहले बरेली एसटीएफ ने भी यहां के लोगों पर कार्रवाई की थी। लगातार हुई कार्रवाइयों से इस कारोबार की कमर टूट चुकी है। इसलिए इस काम के लिए इंस्पेक्टर मनोज शर्मा व उनकी टीम को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।


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