Hathras Case News: हाथरस में दंगा भड़काने के मामले में एसटीएफ ने की पीड़िता के घरवालों से की पूछताछ
Hathras Case Newsएसटीएफ ने दंगा भड़काने की साजिश के मामले में पीड़ित परिवार से दंगा भड़काने की साजिश के मामले में आज काफी देर तक पूछताछ की। हाथरस पीड़िता के भाई का बयान सामने आया था। भाई का कहना है कि वह गांव में रहना नहीं चाहता है।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश को बेहद असहज करने वाले हाथरस कांड के दौरान दंगा भड़काने की साजिश की गई थी। हाथरस के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा बर्बर मारपीट के दौरान पीड़िता की मौत के मामले में सीबीआई के साथ एसआइटी तथा एसटीएफ भी पड़ताल कर रही है। एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि हाथरस में दंगा भड़काने की बड़ी साजिश की गई थी।
एसटीएफ ने दंगा भड़काने की साजिश के मामले में पीड़ित परिवार से दंगा भड़काने की साजिश के मामले में आज काफी देर तक पूछताछ की। हाथरस पीड़िता के भाई का बयान सामने आया था। भाई का कहना है कि वह गांव में रहना नहीं चाहता है। वह चाहता है कि केस को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए।
एसटीएफ की टीम भी सोमवार शाम को पीड़िता के घर पहुंची और परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी। दरअसल हाथरस कांड को लेकर यूपी में दंगा भड़काने की साजिश को लेकर एसटीएफ की टीम जांच कर रही है। एसटीएफ के इंस्पेक्टर अजयपाल सिंह सहित 3 सदस्यीय टीम पीडि़ता के पिता पूछताछ कर रही है। पीड़ित परिवार ने सरकार से जल्दी बेटी को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।
इससे पहले सीबीआइ की टीम आज पीड़िता के परिजनों से पूछताछ करने उनके घर पहुंची थी। सीबीआई की टीम ने करीब पांच घंटे तक परिजनों से पूछताछ की और उसके बाद टीम हाथरस की पीड़िता के घर से निकल गई। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम ने पीड़िता की भाभी और पीड़िता की मां से लंबी पूछताछ की। पीडि़ता की भाभी ने बताया कि सीबीआई की टीम ने उनसे पीड़िता के बारे में पूछताछ की है।
उन्होंने बताया कि चश्मदीद छोटू ने जो बयान दिया उस आधार पर पूछताछ की गई है। इसके साथ ही पीडि़ता और संदीप के बीच जो कॉल डिटेल सामने आए थे उसके बारे में भी पूछताछ की गई। सीबीआई की टीम पीडि़ता के कपड़े साथ लेकर गई थी। सीबीआइ की पूछताछ से पीडि़त परिवार संतुष्ट है।
हाथरस में पीड़िता के भाई ने कहा कि वह गांव में रहना नहीं चाहता है। वह चाहता है कि केस को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि रोजगार की वजह से वह परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट होना चाहते हैं। पीड़िता के भाई का मानना है कि दिल्ली केस ट्रांसफर हो जाएगा तो वहां रहकर वह केस की पैरवी कर सकते हैं।