बेसहारा पशुओं के आएंगे अच्छे दिन
सार्थक पहल - हर ब्लॉक की पांच गोशालाएं की जाएंगी आधुनिक रूप से विकसित - कार्ययोजना के लिए परियोजना निदेशक को बनाया नोडल अधिकारी
जासं, हाथरस : जनपद की गोशाला में रह रहे बे-सहारा पशुओं के अब अच्छे दिन आने वाले हैं। प्रत्येक ब्लॉक में पांच-पांच गोशालाओं को आधुनिक रूप से विकसित किया जाएगा, जिसमें गायों के रहने के बेहतर इंतजाम होंगे। धूप, सर्दी, बारिश से बचाव को टिन शेड लगाए जाएंगे। 15 दिन के अंदर यह काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सीडीओ ने परियोजना निदेशक को नोडल अधिकारी बनाया है।
अभी गोशालाओं में इंतजाम न होने के चलते कई पशु निकलकर भाग गए। कई बीमार भी हो गए। आंकड़ों के मुताबिक जनपद की गोशालाओं में 500 बे-सहारा पशुओं का उपचार किया जा चुका है। इसी के लिए विकसित की जाने वाली पांच गोशालाओं में अत्याधुनिक तरीके से स्लैबदार खाई बनाई जाएंगी, जिससे बे-सहारा पशु गोशाला से बाहर न निकलें। यदि पशु खाई में गिरें भी तो चोटिल न हों। यहां शुद्ध पेयजल का इंतजाम भी किया जाएगा। प्रत्येक गोशाला में मनरेगा से 200 से 400 पेड़ लगाए जाएंगे। जहां 200 पेड़ होंगे, वहां एक और जहां 400 पेड़ होंगे, वहां दो कर्मचारी रखे जाएंगे। ये कर्मचारी पशुओं की निगरानी के साथ पौधों की भी देखभाल करेंगे। प्रशासन ने गोशालाओं में हरे चारे का इंतजाम करने का दावा किया है। गोशालाओं में वे-सहारा पशुओं के सुरक्षित रहने खाने-पीने का पूरा इंतजाम होगा। इसके लिए परियोजना अश्वनी कुमार मिश्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
एसपी सिंह, सीडीओ ब्लॉक, पशुओं की संख्या, अस्थायी गोशालाएं
हाथरस, 125, 5
सादाबाद, 758, 8
सासनी, 2300, पराग-डेयरी
सहपऊ, 270, 8
मुरसान, 60, 2
सिकंदराराऊ, 306, 4