लटकी हाईटेंशन लाइन ने ली युवती की जान
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवती की मौत
लटकी हाईटेंशन लाइन ने ली युवती की जान
संवाद सूत्र, हाथरस : खेतों के ऊपर से गुजर रही जर्जर और लटकी हाइटेंशन लाइन जानलेवा साबित हुई। गांव महावतपुर में घास की गठरी सिर पर रखकर खेतों से गुजर रही युवती तारों से छू जाने पर करंट से बुरी तरह झुलस गई। युवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गांव महावतपुर निवासी मानीचंद्र के पांच बेटे और दो बेटियों में छोटी बेटी 21 वर्षीय सोनू बीए की पढ़ाई पूरी कर चुकी थी। बीटीसी की तैयारी कर रही थी। सोनू घर के साथ-साथ खेतीबाड़ी का काम भी करती थी। गुरुवार को वह पशुओं के लिए घास काटने खेत पर पहुंची थी। उसने घास काटकर गठरी तैयार की और उसे सिर पर रखकर घर के लिए चली। खेत के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन की लाइन के पोल झुकने और तार नीचे तक लटके होने से घास की गठरी तारों से छू गई। उसे करंट का जोरदार झटका लगा और स्पार्किंग के साथ वह जमीन पर गिर पड़ी। यह देख आसपास खेतों में काम कर रहे लोग उसकी तरफ दौड़े। युवती को गंभीर हालत में सीएचसी सादाबाद लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवती की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। स्वजन के मुताबिक गांव में हाईटेंशन बिजली की लाइन छह-सात फीट की ऊंचाई पर है। सोनू तारों नीचे लटके तारों का ध्यान नहीं रख पाई और घास की गठरी बिजली की लाइन से छू गई।
ग्रामीणों ने बताया जर्जर और लटकी लाइनों के इस बारे में कई बार विभाग से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई भी उसे ठीक करने नहीं आया। यह हादसा पूरी तरह से बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण हुआ है। अगर लाइन नीची न होती तो युवती की जान नहीं जाती। ग्रामीणों में विद्युत विभाग के प्रति आक्रोश है। वे जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
वर्जन-
मेरी तैनाती यहां कुछ माह पूर्व ही हुई है। लाइन नीचे होने के संबंध में मेरे सामने कोई शिकायत नहीं आई है। गुरुवार को हादसे की जानकारी होने के बाद तत्काल अवर अभियंता को मौके पर भेजा था। महावतपुर और आसपास के जिन गांवों में लाइन नीची हैं, उन्हें ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं।
-निर्मल वर्मा, एसडीओ विद्युत उपकेंद्र सादाबाद
विभागीय लापरवाही से सिर पर मंडराती मौत
संसू, सादाबाद : कई गांवों में लटक रही विद्युत लाइनों को दुरुस्त करवाने के लिए ग्रामीणों ने तमाम बार विभाग को प्रतिवेदन दिए लेकिन विद्युत अधिकारी लापरवाह बने रहे। इन्हीं वजहों से आए दिन कहीं न कहीं हादसे हो रहे हैं। जब किसी की मौत होती है तभी बात आगे बढ़ती है। ग्रामीणों को जर्जर और जमीन छूती लाइनों से हर वक्त सिर पर मौत मंडराती नजर आती हैं मगर विभाग के अधिकारियों को यह सब नजर नहीं आता है। आखिर विभागीय अफसरों की जिम्मेदारी और जवाबदेही कब सुनिश्चित होगी।
गुरुवार को क्षेत्र के गांव महावतपुर में चारा लेकर अपने घर लौट रही युवती के हाथ से विद्युत लाइन छू जाने के कारण वह गंभीर रूप से झुलस गई थी जिसे चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। इसी प्रकार 30 जुलाई को क्षेत्र के गांव सलेमपुर में भट्ठे पर कार्य करने वाले श्रीकृष्ण भगवान और लाला पुत्र भगवान सिंह की हाईटेंशन लाइन के करंट से मौत हो गई थी। इन लाइनों को दुरुस्त कराने के लिए पूर्व में भी ग्रामीणों ने शिकायतीपत्र अधिकारियों को दिए थे। तहसील दिवस में भी शिकायत की गई थी लेकिन विद्युत अधिकारियों ने कोई सुनवाई नहीं की। हादसे दर हादसे हो रहे हैं। गांव बिसावर में भी विद्युत लाइन जर्जर हो चुकी है। जमीन से कुछ फुट ऊंची लटक रही है। यहां भी ग्रामीणों की ओर से कई बार लाइनों को दुरुस्त कराने के लिए विद्युत अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन आज तक यह लाइन दुरुस्त नहीं हो सकी। गांव सलेमपुर में भी विद्युत लाइनों की स्थिति बहुत ही बदतर है। मकानों के ऊपर बिजली की लाइन लटक रही है। लोग छतों पर जाने से डरते हैं। छतों से हटाकर लाइनों को अंडरग्राउंड भी दिया जा सकता है, मगर विभागीय अफसर इससे बच रहे हैं।