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टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्रों से शिक्षक बने थे, चार बर्खास्त

शिक्षक पात्रता परीक्षा के फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर पिछले कई साल से नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ बीएसए ने कार्रवाई तय कर दी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 03:08 AM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 03:08 AM (IST)
टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्रों से शिक्षक बने थे, चार बर्खास्त
टीईटी के फर्जी प्रमाणपत्रों से शिक्षक बने थे, चार बर्खास्त

संवाद सहयोगी, हाथरस : शिक्षक पात्रता परीक्षा के फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर पिछले कई साल से नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ बीएसए ने कार्रवाई तय कर दी। बुधवार को बीएसए ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर चारों शिक्षकों की बर्खास्तगी कर रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

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2011 में 10800 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत काउंसिलिग के जरिए चारों शिक्षकों को तैनाती मिली थी। लता कुमारी को प्राथमिक विद्यालय अतुर्रा में तैनाती मिली।

प्रेम सिंह को प्राथमिक विद्यालय नगला बुर्ज, मुकेश देशवाल को प्राथमिक विद्यालय लालगढ़ी और सुबोध कुमार की तैनाती प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर में हुई। काउंसिलिग के दौरान शैक्षिक प्रमाणपत्र शिक्षकों ने लगाए।

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के प्रमाणपत्रों के सत्यापन पर चारों शिक्षकों का वेतन लग गया। पिछले साल बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने जांच कमेटी के जरिए चारों शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के अंकपत्रों का सत्यापन ऑनलाइन कराया, जिसमें चारों ही शिक्षकों का शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी निकले। वर्तमान में चारों शिक्षकों की तैनाती दूसरे विद्यालयों में है। उच्च प्राथमिक विद्यालय सरौठ में तैनात शिक्षिका लता कुमारी के शिक्षक पात्रता परीक्षा के रोल नंबर पर अखिलेश कुमार का नाम अंकित था। वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालय करसौरा में तैनात शिक्षक प्रेम सिंह के प्रमाण वाले रोल नंबर पर रिकार्ड नो फाउंड लिखा हुआ था। प्राथमिक विद्यालय लालगढ़ी में तैनात शिक्षक मुकेश देशवाल के प्रमाण पत्र पर अखिलेश कुमार का नाम था। प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर में तैनात सुबोध कुमार के रिकार्ड में शिक्षक पात्रता परीक्षा का परिणाम फेल प्रदर्शित हो रहा था। चारों शिक्षकों को बीएसए की ओर से नोटिस जारी किए गए थे। नोटिस के जवाब में चारों ने ऑफलाइन तरीके से सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद से सत्यापन कराने का अनुरोध बीएसए से किया। बीएसए ने चारों शिक्षकों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाणपत्रों का ऑफ लाइन सत्यापन कराया। पिछले दिनों चारों शिक्षकों की रिपोर्ट आ गई। बुधवार को बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने चारों शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी। वहीं संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश जारी किए हैं।


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