1498 निगेटिव, फौजी सहित पांच संक्रमित
सादाबाद में कंजौली में फौजी सहित कुल पांच लोग निकले संक्रमित कोरोना का हाल 1498 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर ली अफसरों ने राहत 13 लोगों ने जीती कोरोना से जंग स्वस्थ्य होकर पहुंचे घर
संवाद सहयोगी, हाथरस : शुक्रवार को जिलेभर से लिए गए 1498 कोविड 19 के सैंपल निगेटिव आने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। सादाबाद के कंजौली में एक फौजी सहित कुल पांच लोग कोरोना संक्रमित निकले, जिन्हें एल वन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं तेरह लोगों ने कोरोना को मात दी।
शुक्रवार को सादाबाद के कंजौली निवासी फौजी की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। सासनी के अग्रवाल मोहल्ला में पति-पत्नी के अलावा अब उनका 14 वर्षीय नाती भी संक्रमित पाया गया है। शंकरपुर हसायन निवासी 30 वर्षीय युवक, जलेसर रोड के गाव बाधऊ निवासी 45 वर्षीय महिला और मेंडू निवासी 40 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई हैं।
13 ने जीती जंग : पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने पर जिले के 14 लोगों को एल वन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, शुक्रवार को 13 ने कोरोना को हरा दिया और स्वस्थ्य होकर अपने घर पहुंच गए। एंबुलेंस सेवा राहत की रीढ़
कोरोना संक्रमण काल में मरीजों को लाने के कार्य में स्वास्थ्य विभाग की 102 और 108 एंबुलेंस सेवा बेहतर कार्य कर रही हैं। एंबुलेंस की साफ सफाई के साथ प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराया जाता है। कोरोना मीटर
कुल केस / 24 घंटे में 367/5
सक्रिय केस/24 घंटे में 50/5
स्वस्थ्य हुए /24 घंटे में 313/13
कुल मौतें/24 घंटे में 4/0
कुल टेस्ट /24 घंटे 26552/1200
सासनी के हॉटस्पॉट क्षेत्र में दस दुकानदारों के काटे चालान
संसू, सासनी : कस्बे के हॉटस्पॉट एरिया में शुक्रवार को तहसीलदार निधि भारद्वाज ने पुलिस के साथ छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने तहसीलदार के निर्देश पर करीब दस दुकानदारों के चालान काटकर उनसे 51 सौ रुपये का शमन शुल्क वसूला।
पुलिस-प्रशासन की इस कार्रवाई से दुकानदारों में खलबली मच गई। यह चेकिग अभियान कस्बे के मोहल्ला विष्णुपुरी, मोहल्ला अग्रवाल, बजरिया व पारस कालोनी नानऊ रोड क्षेत्रों में चलाया गया। कोरोना संक्रमित के मिलने के कारण प्रशासन एवं पुलिस ने इस एरिया को हॉटस्पॉट घोषित कर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद भी इन क्षेत्रों में दुकानदारों द्वारा अवैध रूप से दुकानें खोलना शुरू कर दिया था। इस दौरान व्यापारियों की पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ नोक-झोंक भी हुई। पुलिस को देखते ही अधिकांश दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर भाग गए थे।