'बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीदा तो दर्ज कराएंगे रिपोर्ट'
डीएम ने कलक्ट्रेट सभागार में बुलाई गई बैठक में दी चेतावनी
जासं, हाथरस : बिचौलियों के माध्यम से गेहूं खरीद की शिकायत मिलने पर केंद्र प्रभारी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराकर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। इसलिए पूरी पारदर्शिता के साथ क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीदारी की जाए।
यह चेतावनी डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में बुलाई बैठक में दी। डीएम ने कहा कि प्रत्येक केंद्रों पर चेक लिस्ट के अनुसार आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं। गेहूं खरीद पारदर्शी ढंग से की जाए। उन्होंने इस वर्ष गेहूं खरीद में किसानों के रजिस्ट्रेशन में नाम मात्र की बढ़ोत्तरी होने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही प्रत्येक किसान का भुगतान ऑनलाइन आरटीजीएस के माध्यम से करने को कहा। जनपद में गेहूं खरीद 64 केंद्रों पर एक अप्रैल से 15 जून तक की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी केंद्र से किसानों को परेशान करने की शिकायत आने की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। प्रत्येक केंद्र पर टोकन व्यवस्था रखी जाए। सभी केंद्र प्रभारी खरीद में निष्पक्षतापूर्वक रुचि लें। पारदर्शिता बरतने के लिए रजिस्टर भी व्यवस्थित रखें। उन्होंने शत प्रतिशत किसानों के रजिस्ट्रेशन करने निर्देश दिए। इसके अलावा क्रय केंद्रों पर मशीनों को चलाने की भी जानकारी लेने को कहा। साफ कहा कि निरीक्षण के दौरान कमियां पाये जाने पर किसी भी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाएगी।
एडीएम डॉ. अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि जनपद में कुल 64 क्रय केंद्रों में खाद्य विभाग के 04, यूपीपीसीएफ के 54, यूपीएग्रो के दो एसएफसी के दो, कल्याण निगम के एक तथा भारतीय खाद्य निगम का एक केन्द्र खोला गया है। जनपद में गेहूं क्रय लक्ष्य 57900 मीट्रिक टन रखा गया है। खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से ही गेहूं खरीद की जाएगी। ऐसे किसान जिन्होंने गतवर्ष अपना गेहूं सरकारी क्रय केंद्र पर बेचा है वह भी खाद्य विभाग की बेवसाइट पर अपना मोबाइल नं. अथवा आधार नं. के माध्यम से अपनी सूचना में परिवर्तन अथवा संशोधन कर सकते हैं। बैठक के दौरान मंडी सचिव हाथरस राम बाबू शर्मा व अन्य मौजूद रहे।