कछपुरा में 22.31 लाख की वित्तीय अनियमितताएं मिलीं
डीपीआरओ के निरीक्षण में मिलीं खामियां मांगा स्पष्टीकरण कारस्तानी पड़ताल के दौरान ग्राम प्रधान और सचिव ने नहीं दिखाए अभिलेख स्पष्टीकरण मिलने के बाद हो सकती है कार्रवाई और धन की रिकवरी
जासं, हाथरस : मुरसान ब्लॉक के गांव कछपुरा में डीपीआरओ के निरीक्षण में विभिन्न विकास कार्याें में 22.31 लाख की वित्तीय अनियमिताएं पकड़ में आई हैं। विकास कार्याें के लिए 17 लाख से अधिक की धनराशि का व्यक्तिगत रूप से अलग-अलग लोगों को भुगतान किया गया है। खर्च किए गए धन के बारे में अभिलेख भी डीपीआरओ को नहीं उपलब्ध कराए गए। इस पर डीपीआरओ ने जांच के आधार पर ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव से सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
गांव कछपुरा करीब एक माह से चर्चाओं में है। यहां हाल ही में बुखार फैला था और आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। इसी दौरान 30 अक्टूबर को डीपीआरओ ने गांव में साफ सफाई के साथ-साथ विकास कार्याें का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में उन्होंने देखा कि गांव में विकास कार्यों के लिए राज्य वित्त और 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत वर्ष 2016-17 में 14.06 लाख, वर्ष 2017-18 में 26.92 लाख, वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल 30.11 लाख की धनराशि प्राप्त हुई। विभिन्न मदों में इस धनराशि का भुगतान किया गया। डीपीआरओ की आख्या के अनुसार ग्राम पंचायत राज एक्ट में दिए गए प्रावधानों के विपरीत ग्राम प्रधान और सचिव ने स्वयं सात लाख 36 हजार रुपये आहरण किए। दिनेश चंद्र शर्मा को व्यक्तिगत रूप से 2.37 लाख, विनोद को 14 हजार, जितेंद्र सिंह को 2.94 लाख, हेमंत पाराशर को 1.83 लाख रुपये, लवानियों को 15 हजार रुपये, श्रीनिवास को 2.25 लाख रुपये, कमरुद्दीन को 58 हजार रुपये कुल 17.67 लाख रुपये का व्यक्तिगत रूप से भुगतान किया। इसी प्रकार सफाई कर्मी की किट पर 7728 रुपये खर्च हुए जो कि मौके पर नहीं मिली। डस्टबिन के लिए 98 हजार रुपये, स्ट्रीट लाइट पर 3.57 लाख रुपये का फर्जी बिल बाउचर प्रस्तुत कर धनराशि का भुगतान किया गया है। इस प्रकार कुल 22.31 लाख रुपये की अनियमितताओं पर डीपीआरओ ने जवाब तलब किया है।