1.61 करोड़ के 123 बड़े बकायेदारों को साइटेशन नोटिस
सहकारी समितियों के सभी बकायेदारों पर एक लाख रुपये से ऊपर का कर्ज ब्लर्ब नोटिस अवधि खत्म होते ही होगी गिरफ्तारी विशेष वसूली अभियान को की गईं नौ टीमें गठित
जागरण संवाददाता, हाथरस : सहकारी समितियों के बड़े बकायेदारों के खिलाफ विशेष अभियान नौ दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। अभियान उन 123 बड़े बकायेदारों के खिलाफ चलेगा जो एक लाख रुपये या उससे ऊपर के बकायेदार हैं। इन सभी बकायेदारों पर करीब 1.61 करोड़ रुपये बकाया है। सभी को साइटेशन नोटिस भिजवा दिए गए हैं। 15 दिन की अवधि पूरी होते ही बकायेदारों को प्रशासन और पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
जिले भर के किसान सहकारी बैंक शाखाओं से हर साल फसल के लिए ऋण लेते हैं, मगर जब ऋण चुकाने की बारी आती है तो सरकार की तरफ इस उम्मीद के साथ टकटकी लगाए बैठे रहते हैं कि शायद किसानों पर चढ़ा कर्जा सरकार माफ कर दे। ऋण माफी की उम्मीद में साल दर साल बीतते गए। अब एक लाख रुपये से ऊपर के बकायेदारों के साथ किसी तरह की रियासत करने के मूड में सहकारिता विभाग नहीं दिख रहा है। नौ दिसंबर से 14 दिसंबर तक एक विशेष अभियान चलाने की रणनीति बनाई गई है, ताकि बड़े बकाएदारों के खिलाफ सख्ती के साथ अभियान चलाया जा सके।
यह है पूरा प्लान : कुछ दिन पहले ही वसूली के लिए प्लान तैयार किया गया, जिसमें नौ बैंक शाखा की नौ टीमें गठित की गई हैं। तहसीलदार और अमीनों के संयुक्त नेतृत्व में टीम गांव -गांव घूमकर बताएगी कि 15 दिन में पूरा पैसा नहीं दिया तो वारंट लेकर सीधे जेल भेज दिया जाएगा। ये सभी टीमें जिले के सातों ब्लॉक में काम करेंगी। आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की मदद भी ली जाएगी। ये भी जानिए
39 करोड़ रुपये का कुल बकाया है सहकारी बैंकों का।
21365 बकायेदार हैं जिले भर के सहकारी बैंक शाखाओं से। 07 ब्लॉक क्षेत्र
09 वसूली टीमें
09 दिसंबर से अभियान
17 दिसंबर तक चलेगा
2.91 करोड़ था बकाया
22 बकायेदारों से 24.75 लाख की हो पाई वसूली
फिर लगेगी टॉप टेन की सूची
जिले की सहकारी समितियों पर टॉपटेन बकायेदारों की सूची पहले से लगी हैं, मगर फिर से उनको समितियों के दीवारों पर लिखवाया जाएगा। उन सभी के बारे में शासन के अलावा प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। अभियान के दौरान इन पर कार्रवाई होगी। वर्जन -
अभियान के दौरान विभाग का जोर सबसे ज्यादा एक लाख या इससे ऊपर के बकायेदारों के खिलाफ वसूली करना होगा। साइटेशन नोटिस के बाद भी बकाया पैसा जमा नहीं किया तो गिरफ्तारी की जाएगी। एक लाख से छोटे बकायेदारों के साथ फिलहाल रियायत बरती जाएगी, मगर इसका मतलब ये नहीं है कि वे बकाया जमा नहीं करेंगे। उन्हें भी जल्द नोटिस दिए जाएंगे।
-अरविद दुबे, उप निबंधक, सहायक सहकारी समितियां, हाथरस।