भगवान जगन्नाथ को ज्वर, 15 दिन कपाट बंद
जागरण संवाददाता, हाथरस: ब्रज की देहरी कहे जाने वाले हाथरस नगर के मोहल्ला गली जैन स्थित मंदिर में विर
जागरण संवाददाता, हाथरस: ब्रज की देहरी कहे जाने वाले हाथरस नगर के मोहल्ला गली जैन स्थित मंदिर में विराजमान भगवान जगन्नाथ जी महाराज ज्वर रोग से पीड़ित हैं। ज्वर उन्हें 15 दिन तक रहेगा। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। फिलहाल औषधियों से उनका इलाज चल रहा है। घंटे घड़ियाल बंद कर दिए गए हैं। 56 भोग के स्थान पर काढ़ा पिलाया जा रहा है। उनके दर्शन भी फिलहाल बंद हैं।
215 वर्ष पहले जगन्नाथपुरी से लाया गया जगन्नाथ भगवान का विग्रह यहां विराजमान है। भगवान स्वरूप का जेष्ठ मास की पूर्णिमा व भीषण गर्मी के चलते 108 कलशों से अभिषेक किया गया, जिस कारण वह बीमार हो गए हैं। महंत पं. राम कुमार आचार्य ने बताया ज्वर के कारण मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। यहां भगवान का नियमित 56 भोग व माखन मिश्री का भोग लगता था वह पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। औषधियों से युक्त काढ़ा तैयार कर सुबह शाम भोग लगाया जा रहा है। शंख, घंटा व सभी प्रकार के वाद्य यंत्रों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। आरती भी फिलहाल शांति से की जा रही है।
महंत ने बताया कि भगवान जगन्नाथ जी को परवल का अर्घ्य दिया जाएगा, तब जाकर वह स्वस्थ होंगे। उन्होंने बताया कि चार जुलाई की शाम को पांच बजे से भगवान जगन्नाथ जी महाराज की रथयात्रा निकाली जाएगी। पूरे शहर में भजन कीर्तन के साथ भ्रमण किया जाएगा।
15 दिनों तक वाद्य यंत्रों से आरती बंद रहेगी। चार जुलाई को रथयात्रा निकाली जाएगी। इस रथयात्रा में सभी को शामिल होना चाहिए।
प. रामकुमार शर्मा, पुजारी
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