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बहुत हो गया, अब वसूली के साथ चेकिग पर जोर दें

लाइनलास कम करने के लिए जरूरी है चेकिग अभियान बिजली विभाग में एसडीओ और जेई के साथ मीटिग कर दिए निर्देश।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 12:48 AM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 12:48 AM (IST)
बहुत हो गया, अब वसूली के साथ चेकिग पर जोर दें
बहुत हो गया, अब वसूली के साथ चेकिग पर जोर दें

जासं, हाथरस : कोरोना की दूसरी लहर समाप्त होने की ओर है। बिजली विभाग अब वसूली और चेकिग अभियान पर जोर देगा। विभाग की प्राथमिकता है कि लाइनलास रुकने के साथ वसूली भी हो। जनपद में बिजली विभाग का उपभोक्ताओं पर लगभग 275 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है।

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वसूली की तमाम कोशिशों के बाद भी जनपद में बिजली विभाग 275 करोड़ रुपये नहीं वसूल पाया। कोरोना की दूसरी लहर में लोगों के बाहर न निकलने से विभाग का राजस्व जमा नहीं हो पा रहा है। ऐसे में ऑनलाइन मोड से बिजली का बिल जमा करने पर जोर दिया जा रहा है।

विभाग का मानना है कि जनपद में बिजली के बिलों के भुगतान की तुलना में खपत अधिक हो रही है। इसकी एक वजह यह है कि लाइनलास अधिक है। शहर में विभवनगर, कांशीराम, कोटा व अन्य फीडर ऐसे हैं जिन इलाकों में 50 फीसद से अधिक बिजली चोरी हो रही है। खुले तार हटाकर बंच केबल डालने के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। लोग कटिया डालकर बिजली चोरी कर रहे हैं। यहां पर लोगों के यहां मीटर नहीं लगे हैं। ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने मीटर बाइपास कर रखे हैं। 325 करोड़ में 50 करोड़

रुपये ही वसूल पाए

बिजली विभाग का जनपद के उपभोक्ताओं पर 325 करोड़ रुपये बकाया था। इसमें सरकारी विभाग भी शामिल हैं। इस बकाये के भुगतान के लिए सांसद, विधायकों से भी मनुहार की गई। विभाग की ओर से एकमुश्त समाधान योजना चलाई गई। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की भी मदद ली। 'अतिथि देवो भव' की संस्कृति का अनुसरण करते हुए 'उपभोक्ता देवो भव' से उपभोक्ताओं का मान बढ़ाते हुए बैनर भी लगाए गए। उपभोक्ताओं के दरवाजे खटखटाकर बिल जमा करने की भी अपील की गई। वहीं दवाब बनाने के लिए मॉर्निंग रेड भी की गई। इन तमाम कोशिशों के बाद 50 करोड़ रुपये ही जमा हो सके। अब एसडीओ और अवर अभियंताओं की सभी डिवीजनों के अधिशासी अभियंता की मीटिग ली जा रही है। उन्हें वसूली और चेकिग पर जोर देने को कहा जा रहा है।


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