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डीएम ने शहर में भ्रमण कर देखा जर्जर सड़कों का हाल

हकीकत देख जताई नाराजगी जल निगम के अधिकारी को दिए निर्देश जलापूर्ति के लिए डाली गई पाइप लाइन के दौरान खोदी थी सड़कें।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 04:02 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 04:02 AM (IST)
डीएम ने शहर में भ्रमण कर देखा जर्जर सड़कों का हाल

जागरण संवाददाता, हाथरस: डीएम रमेश रंजन ने अमृत योजना के तहत जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन डालने के दौरान खोदी गई सड़कों का हाल सोमवार शाम भ्रमण कर देखा। हालत देख नाराजगी जताई और तत्काल सड़कों को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।

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जिलाधिकारी ने आवास विकास कालोनी, गांधी पार्क तिराहा, आरडी कालेज, मंडी के पीछे बनाई जा रही टंकी के अलावा पाइप लाइन का निरीक्षण किया। कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। अधिशासी अभियंता जल निगम को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है, वहां सड़क की मरम्मत की जाए।

आवास विकास कालोनी की इंटरलाकिग रोड की गुणवत्ता सही न होने पर नाराजगी व्यक्त की।

नगर पालिका के जोन प्रथम एवं द्वितीय में किए गए कार्यों का निरीक्षण करते हुए 15 अगस्त तक जोन 2 के कार्य को पूरा कराते हुए जल की आपूर्ति कराने के निर्देश दिए। उप जिलाधिकारी सदर को मंडी के पीछे नव निर्मित टंकी परिसर को समतल कराने के निर्देश दिए। एसडीएम सदर की अध्यक्षता में कमेटी द्वारा जांच के बाद टूटी सड़कों की इंटरलाकिग कार्य योजना बनाते हुए पूरा कराने को कहा। सीडीओ आरबी भास्कर, नगर पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा भी मौजूद थे।

दरअसल नगर पालिकाध्यक्ष आशीष शर्मा ने ही डीएम को पत्र लिखकर नगर की 70 सड़कों को खोदकर छोड़े जाने से इसकी क्षतिपूर्ति के लिए धन की मांग की थी। नगर में कुल 137.70 किमी की सड़क खोदी गई थी। मरम्मत पर करीब 25 करोड़ 94 लाख खर्च की बात कही थी। फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए अवैध वसूली पर लिपिक को नोटिस

संस, हाथरस : शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में फिटनेस प्रमाणपत्र बनवाने के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत को सीएमओ ने गंभीरता से लिया है। संबंधित लिपिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

नियुक्तिपत्र मिलने के बाद नवनियुक्त शिक्षक शनिवार को फिटनेस प्रमाणपत्र बनवाने के लिए सीएमओ कार्यालय पहुंचे थे, जहां फिटनेस प्रमाणपत्र बनाने के नाम पर अवैध वसूली को लेकर हंगामा हुआ था। डीएम के पास तक शिकायत पहुंची थी। शिकायत के बाद कुछ शिक्षकों के पैसे वापस किए गए थे। प्रभारी सीएमओ डॉ. डीके अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर एक की जगह दो काउंटर पर फिटनेस प्रमाणपत्र बनाने की व्यवस्था की थी। सीएमओ डा. सीएम चतुर्वेदी का कहना है कि अवैध वसूली के मामले में संबंधित लिपिक बबिता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जवाब आने के बाद कार्रवाई तय की जाएगी।


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