काम अधूरा छोड़ने पर डीएम नाराज
महासिघपुर में खारे पानी की समस्या दूर करने को मंजूर हुई थी योजना आंदोलन के बाद 1.61 करोड़ की योजना पर लगाई गई थी मुहर।
जागरण संवाददाता, हाथरस : हसायन ब्लॉक की ग्राम पंचायत महासिघपुर समेत तीन गांवों के लिए 1.61 करोड़ की योजना सरकार ने छह महीने पहले मंजूर की थी। योजना मंजूर होने के बाद टेंडर हो चुके हैं, मगर छह महीने बाद भी काम रफ्तार नहीं पकड़ सका। कई दिन से काम बंद पड़ा है। इस मामले को डीएम रमेश रंजन ने संज्ञान में लिया और जल निगम के अधिशासी अभियंता आरके शर्मा और ठेकेदार को तलब कर लिया। दोनों से महासिघपुर में चल रहे कार्य के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने नाराजगी जताते हुए ठेकेदार को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
छोड़ दिया था अन्न : 27 जून 2019 को नगला मया के चंद्रपाल सिंह के परिवार ने खारे पानी की समस्या के समाधान के लिए अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था। बाद में टैंकर से गांव में पानी उपलब्ध कराकर चंद्रपाल को मनाया गया। चंद्रपाल का वीडियो वायरल होने पर खलबली मच गई थी।
सूरतेहाल : महासिघपुर में अभी तक सिर्फ फाउंडेशन का गड्ढा बनाकर छोड़ दिया गया है। एक दिन तो उसमें एक बच्चा भी गिर कर चोटिल हो चुका है। ठेकेदार काम के प्रति गंभीर नहीं हैं। कुछ दिन काम चला और फिर लेबर भाग गई। अंतिम दिन तक 2.80 लाख लोगों को बांटा गया राशन
जासं, हाथरस: चार दिन की मोहलत मिलने के बाद छूटे कार्ड धारकों ने सस्ते में गेहूं और चावल राशन की दुकानों से लिया। शुक्रवार को आखिरी दिन था। कुल दो लाख 80 हजार कार्ड धारकों को राशन दिया गया।
जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि पांच फरवरी से फिर राशन का वितरण किया जाएगा जबकि जनवरी में 22 जनवरी तक राशन का वितरण किया गया। शुक्रवार की शाम तक दो लाख 80 हजार कार्ड धारकों को राशन दिया जा चुका था।