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घोटालों से पर्दा उठाने वाले सतीश का निधन

-जिला सहकारी बैंक के घपलों में इनकी वजह से ही दो एफआइआर -शनिवार रात हालत बिगड़ने के बाद हुई मौत, गांव में शोक की लहर

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 12:32 AM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 12:32 AM (IST)
घोटालों से पर्दा उठाने  वाले सतीश का निधन
घोटालों से पर्दा उठाने वाले सतीश का निधन

संवाद सहयोगी, हाथरस : अलीगढ़ जिला सहकारी बैंक व समिति के घोटालों से पर्दा उठाने वाले हाथरस के समाज सेवी सतीश कुमार उपाध्याय का शनिवार देर रात उनके घर पर ही निधन हो गया। तीन दिनों से वे बुखार से पीड़ित थे। बैंक में पूर्व डायरेक्टर रहे सतीश कुमार की शिकायतों पर ही शासन स्तर से जांच बैठी थी। इस जांच के बाद एक एफआइआर पिछले साल तथा एक हाल ही में दर्ज की गई थी। उनकी मृत्यु से गांव में शोक का माहौल है।

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हाथरस जंक्शन के गांव धौरपुर के पूर्व प्रधान सतीश कुमार उपाध्याय (75) वर्ष 1976 से 2012 तक अलीगढ़ जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर रहे थे, इसलिए उन्हें सहकारी बैंक की हर नब्ज पता थी। एएमयू से उन्होंने एमए व एलएलबी की पढ़ाई पूरी की थी। वर्ष 2013 में उन्होंने सहकारी बैंक शाखा पुरदिलनगर व अलीगढ़ के गौंडा में हुई गड़बड़ियों की शिकायत की थी। इस शिकायत पर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद 15 जून 2017 को चेयरमैन राजपाल यादव व तीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी सहित 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा हसायन-पुरदिलनगर क्षेत्र की समितियों में ऋण के नाम पर फर्जीवाड़ा की शिकायत हुई थी। कॉपरेटिव सेल से इस मामले की जांच हुई थी तथा पिछले साल ही एफआइआर के आदेश हुए थे, लेकिन 29 अगस्त 2018 को प्रकरण में 12 सचिव सहित 21 लोगों पर मुकदमा दर्ज हो सका था। अभी भी वे लगातार शिकायतें कर रहे थे।

सूत्रों के अनुसार हाल ही में उन्होंने अलीगढ़ क्षेत्र की सहकारी बैंक के एक शाखा प्रबंधक की शिकायत की थी। रविवार देर रात घर पर उनकी हालत बिगड़ी। सिर में दर्द व सांस की तकलीफ होने पर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वाभाविक है कि उनकी मौत से यह जांचें प्रभावित होंगी तथा कहीं न कहीं आरोपितों को लाभ मिलेगा। दोस्त ने भी तोड़ा दम

हाथरस जंक्शन के गांव जलालपुर के महेंद्रपाल दीक्षित व सतीश कुमार उपाध्याय अच्छे मित्र थे। ग्रामीणों के अनुसार दोनों की कार्यशैली एक ही थी। महेंद्रपाल भी कई दिन से बीमार थे तथा दिल्ली में उनका उपचार चल रहा था। रविवार तड़के उन्होंने भी दिल्ली में दम तोड़ दिया। दोनों दोस्तों की एक साथ मौत हाथरस जंक्शन क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। स्वतंत्रता के सारथी बने

हाथरस : समाज सेवी सतीश कुमार उपाध्याय को उनके विशिष्ट कार्यों के कारण दैनिक जागरण ने उन्हें अपने महत्वपूर्ण अभियान स्वतंत्रता के सारथी अभियान में शामिल किया था। 14 अगस्त 2017 के अंक में दैनिक जागरण ने 'शोषण के विरुद्ध अधिकार' के तहत इनके प्रयासों को समाज के समक्ष रखा था। भ्रष्टाचार के खिलाफ सतीश कुमार की लड़ाई से सभी को अवगत कराया था।


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