डीजल-पेट्रोल की महंगाई पर भड़की गुस्से की आग
-एक महीने के अंदर डीजल 2.77 रुपये व पेट्रोल 1.82 रुपये बढ़ा -महंगाई के कारण आम आदमी के बजट पर पड़ा सीधा असर
संवाद सहयोगी, हाथरस : पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतें अब लोगों को परेशानी में डाल रही हैं। हालात यह हैं कि वाहनों के ईंधन का खर्च लोगों के बजट से बाहर जा रहा है। एक महीने में डीजल में 2.77 रुपये व पेट्रोल में 1.82 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। महंगाई की गुस्सा सड़कों पर दिखने लगा है।
एक अगस्त 2018 को डीजल 67.93 रुपये तथा पेट्रोल 77.17 रुपये प्रति लीटर था। एक सितंबर 2018 की बात करें तो डीजल 70.57 रुपये पहुंच गया और पेट्रोल 79.05 रुपये। रविवार को पेट्रोल में मात्र छह पैसे की गिरावट आई तथा रेट 78.99 रुपये रहा। डीजल में 13 पैसे की वृद्धि हुई तथा रेट 70.70 रुपये पहुंच गए। फिलहाल कीमतें कम होने के आसार नहीं दिख रहे। काग्रेसियों का प्रदर्शन
संसू, सिकंदराराऊ : पेट्रोल-डीजल मूल्य में बढ़ोत्तरी के विरोध में युवक काग्रेस कार्यकर्ताओं ने गैस सिलेण्डर लेकर जीटी रोड पर प्रदर्शन किया तथा मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पूर्व यशोदा भवन स्थित काग्रेस कार्यालय पर जिला उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा की अध्यक्षता व यूथ काग्रेस के सोशल मीडिया जिला प्रभारी निखिल वर्ती पाठक के संचालन में हुई बैठक में पीसीसी सदस्य एवं सेवादल जिला चीफ जगतवर्ती पाठक ने कहा कि काग्रेस नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के समय करीब चार सौ रुपये वाला एलपीजी आज साढे़ आठ सौ के पास पहुंच गया है। नगराध्यक्ष हसीन खा, शाकिर कुरैशी, राजीव शर्मा, दीपक बघेल, आलोक यादव, अब्दुल्ला कुरैशी, फैजान भारती, शारिक वारसी, हर्ष मलौनिया मौजूद थे।
लोगों के बोल
रोजाना पेट्रोल व डीजल के दाम घटने-बढ़ने से सही कीमतों की जानकारी नहीं हो पाती। इस आड़ में कंपनियां धीरे-धीरे रेट बढ़ा देती हैं। पिछले एक महीने में पेट्रोल के दामों में भारी इजाफा किया है।
-सुनीता खंडेलवाल, गृहणी, बागला मार्ग डीजल व पेट्रोल के रेट में अब कोई ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। लोग डीजल वाहन यह सोच कर लेते थे कि कीमत कम होती है और वाहन माइलेज भी अच्छा मिलता है। पर यह बातें अब बीते समय की हो गई हैं।
-सतेंद्र कुमार, किसान, इगलास रोड