भरत-मिलाप देख भावुक हुए दर्शक
हाथरस के रामलीला ग्राउंड में हो रहा है रामलीला महोत्सव का आयोजन सासनी की रामलीला में हुआ श्रीराम के वन गमन लीला का मंचन।
संवाद सहयोगी, हाथरस : रामलीला महोत्सव के तहत शुक्रवार को रामलीला ग्राउंड स्थित बाड़े में भरत-शत्रुघ्न का चित्रकूट प्रस्थान, भरत मिलाप, पंचायत व भरत का पादुका लेकर लौटने सहित अन्य लीलाओं का मंचन किया गया। राम-भरत मिलाप लीला को देख वहां मौजूद श्रद्धालुओं की आंखे भर आईं। सुबह के समय इसी बाड़े में रासलीला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें भगवान कृष्ण की लीलाओं का मनोहारी मंचन किया जा रहा है। यह धार्मिक आयोजन आचार्य मुरारीलाल शर्मा के निर्देशन में किया जा रहा है। पिता की आज्ञा मानकर
श्रीराम ने किया वन गमन
संसू, सासनी : कस्बे में संचालित श्री रामलीला महोत्सव के दौरान शुक्रवार को श्री मानस कला मंच के कलाकारों ने श्री राम वनवास लीला का मंचन किया। कोप भवन में राजा दशरथ द्वारा महारानी कैकेई को दिए गए वरदान का पालन करते हुए श्रीराम व लक्ष्मण व सीता वन गमन कर जाते हैं। राम वनवास की बात सुनते ही अयोध्यावासी उनके साथ हो लेते हैं। राजा और प्रजा के बीच आत्मीय संबंधों को दर्शाती यह कथा हर किसी को भावविभोर कर गई। इसमें हरिगोपाल गुप्ता, उप निदेशक मुरारीलाल शर्मा, आचार्य अशोक कुमार शर्मा, संजय उपाध्याय मौजूद रहे। आनलाइन श्रीराम कथा
नौ से यू-ट्यूब चैनल पर
हाथरस : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में सात दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन नौ से 15 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसे आनलाइन घर बैठे ही देखा जा सकता है। इसे देखने के लिए संस्थान के यू-ट्यूब चैनल डीजेजेएस वर्ल्ड पर सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक और शाम सात बजे से रात 10 बजे तक प्रसारित किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार यह कथा भगवान श्रीराम के साक्षात्कार की शाश्वत विधि से भी सभी को परिचित कराएगी। कोविड महामारी के चलते फैली नकारात्मकता के बीच यह कथा जन मानस में दिव्यता व सकारात्मकता का संचार करेगी। कथाव्यास साध्वी श्रेया भारती रामचरित मानस में वर्णित श्रीराम की लीलाओं के पीछे छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को बताएंगी। विक्रम बने अंबरीष जयंती के अध्यक्ष
संस, हाथरस : लोहट बाजार स्थित मंदिर श्री गंगामहारानी पर अखिल भारतीय माहौर क्षत्रिय स्वर्णकार महासभा की महाराज अम्बरीष जयंती के चुनाव के लिए मीटिग हुई, जिसमें सर्वसम्मति से विक्रम वर्मा को अध्यक्ष चुना गया। इसमें राजकुमार, प्रसाद वर्मा किशनलाल मौजूद थे।