मथुरा-हाथरस लोकसभा सीट से लड़ेगा इस पार्टी का उम्मीदवार, अखिलेश-जयंत की मीटिंग में हो गया फैसला!
Loksabha Election इंडिया गठबंधन में हाथरस सीट पर सपा-रालोद के बीच चल रही कश्मकश में यह सीट रालोद के खाते में जाती हुई नजर आ रहा है। रालोद के वरिष्ठ नेताओं का दावा है कि शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत की मुलाकात के बाद हाथरस सीट पर रालोद प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने पर सहमति बन गई है।

जागरण संवाददाता, हाथरस। लोकसभा चुनाव पास आते ही दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इंडिया गठबंधन में हाथरस सीट पर सपा-रालोद के बीच चल रही कश्मकश में यह सीट रालोद के खाते में जाती हुई नजर आ रहा है।
रालोद के वरिष्ठ नेताओं का दावा है कि शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत की मुलाकात के बाद हाथरस सीट पर रालोद प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने पर सहमति बन गई है। इसके साथ ही मथुरा सीट पर भी रालोद प्रत्याशी लड़ाने का दावा किया जा रहा है।
विधानसभा चुनाव में नौ रालोद प्रत्याशियों ने दर्ज की थी जीत
हाथरस लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्र हाथरस, सादाबाद, सिकंदराराऊ, इगलास और छर्रा शामिल हैं। इनमें सादाबाद और इगलास विधानसभा क्षेत्र जाट बहुल्य हैं। विधानसभा चुनाव में सपा और रालोद ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। प्रदेश में रालोद के खाते में 33 सीट आई थीं, जिनमें सें नौ पर रालोद प्रत्याशी जीते थे।
हाथरस जनपद की तीन विधानसभा सीटों में से सादाबाद में रालोद के प्रदीप चौधरी मैदान में उतरे थे वहीं सिकंदराराऊ और हाथरस से सपा प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था। सपा के दोनों प्रत्याशी हार गए थे, जबकि रालोद प्रत्याशी प्रदीप चौधरी ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने करीब ढाई हजार वोटों से भाजपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री स्व. रामवीर उपाध्याय को हराया था। यह जीत रालोद को लोकसभा चुनाव में बोनस के रूप में देखी जा रही है।
नहीं हुई आधिकारिक घोषणा
सादाबाद विधायक प्रदीप चौधरी गड्डू के मुताबिक शुक्रवार को अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की मुलाकात के बाद हाथरस सीट रालोद के खाते में जाने की बात कही जा रही है। हालांकि सीटों को लेकर अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। बताया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में प्रदेश की 80 सीटों में से 65 सीटें सपा को मिली हैं।
अपने हिस्से की सीटों में से सपा कुछ सीटें रालोद को देगी। इनमें हाथरस और मथुरा की सीट पर रालोद प्रत्याशी चुनाव लड़ाने की बात कही जा रही है। विधायक ने बताया कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लोकसभा क्षेत्र प्रभारी एवं भरतपुर के विधायक सुभाष गर्ग और संयोजक राम रसपाल पौनियां शनिवार को सादाबाद में बैठक करेंगे।
2009 में जीती थीं रालोद-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी
लोकसभा चुनावों में हाथरस लोकसभा सीट पर शुरू से ही भाजपा का पलड़ा भारी रहा है। गत तीन दशक से लगातार यह सीट भाजपा के खाते में गई है। वर्ष 2009 में केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन हाथरस से रालोद-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी सारिका सिंह बघेल चुनाव जीती थीं। इसी को देखते ही इंडिया गठबंधन जीत की आस लगा रहा है।
इनका कहना है-
सपा और रालोद अध्यक्ष में वार्ता के आधार पर हाथरस सहित कई लोकसभा सीट राष्ट्रीय लोक दल के खाते में आई हैं। हाथरस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय लोकदल के कई मजबूत दावेदार हैं। रालोद की स्थिति बेहद मजबूत है। निश्चित ही रालोद यहां जीत दर्ज करेगा
- केशव देव चौधरी, जिलाध्यक्ष रालोद
रालोद और सपा के बीच लोकसभा सीटाें को लेकर समझौता हो गया है। इस संबंध में बैठक भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच हो चुकी है। हाथरस को लेकर अभी संशय है। आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्थिति साफ होगी।
- देवेंद्र कुशवाहा, जिलाध्यक्ष सपा।
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