लखीमपुर खीरी प्रकरण पर गरजे कांग्रेसी
तालाब चौराहे पर किया प्रदर्शन मृत किसानों के स्वजन को न्याय दिलाने को करेंगे आंदोलन।
संस, हाथरस : लखीमपुर खीरी की घटना के पीड़ित भले ही सरकार की भूमिका से संतुष्ट हों, मगर सियासत नहीं रुक रही है। बुधवार को शहर कांग्रेस कमेटी ने तालाब चौराहे पर प्रदर्शन कर शांतिपूर्ण आंदोलन की हुंकार भरी।
विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि जल्द न्याय नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन करेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान शहर अध्यक्ष विनोद कुमार कर्दम, डा. अनुज संत, कृष्णा गुप्ता, पवन पंडित, देवेंद्र शर्मा, नीरज शर्मा मौजूद रहे। लखीमपुर खीरी जाएगा स्वदेशी
हिद पार्टी का प्रतिनिधि मंडल
स्वदेशी हिद पार्टी एक प्रतिनिधि मंडल आठ अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जाकर मृत किसानों के परिवार को सांत्वना देगा। विजयादशमी पर सुबह आठ बजे से पुरानी कलक्ट्रेट पर पार्टी की ओर से हवन किया जाएगा। यह निर्णय पार्टी की बैठक में लिया गया। इसमें मतेंद्र सिंह गहलौत एडवोकेट, प्रताप सिंह राघव, शिव कुशवाह, सुमित दीक्षित, अंशुल गुप्ता, नवीन शर्मा, अर्जुन श्रोती, मोहित कुमार मौजूद थे। दोषियों को मिले सख्त सजा
संसू, सादाबाद : सहकारी संघ बिसावर पर किसान यूनियन की एक बैठक हुई, जिसमें लखीमपुर खीरी की घटना में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने इस घटना के दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग सरकार से की। इसमें खेम सिंह, पदम सिंह, श्यामवीर सिंह फौजदार, अशोक चौधरी, देवेंद्र सिंह, दीपक कुमार, राजू, मुकेश कुमार वाल्मीकि, तेजेंद्र सिंह, देवा चौधरी, ओमपाल चौधरी, जगपाल सिंह, सुभाष चौधरी, मुरारीलाल, नेत्रपाल ठाकुर, विजय सिंह, नारायण सिंह मौजूद रहे। लखीमपुर खीरी प्रकरण में
मंत्री पुत्र पर हो कार्रवाई
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संसू, सिकंदराराऊ : समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला महासचिव महेंद्र सिंह सोलंकी ने यहां बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में दोहरा मापदंड वाली सरकार है। जहां एक अपराधी का घर ढहाया जाता है, वहीं व्यापारी मनीष गुप्ता को मौत के घाट उतारने वाले पुलिस कर्मी खुलेआम घूम रहे हैं। मृत पत्रकार के स्वजन को एक करोड़ रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए। एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति सरकार की कोई संवेदनाएं नहीं दिख रही हैं। लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत से पूरे देश में शोक का माहौल है। किसानों के प्रति लोग शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। वहीं भाजपा सरकार जश्न मना रही है। देश के प्रधानमंत्री लखनऊ में आए और सरकारी कार्यक्रम में शामिल होकर लौट गए। उन्होंने किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त करना भी जरूरी नहीं समझा। भाजपा राज में झूठ की अमरबेल खूब फल फूल रही है और सत्य को पर्दे के पीछे छिपा दिया गया है। विकासवाद का थोथा नारा देकर नाकामियां छिपाई जा रही हैं।