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ठिठकी सर्दी, सहमा सूरज

दोपहर तक छाया रहा कोहरा गरम कपड़ों में लिपटे रहे लोग बेरहम मौसम जगह-जगह जले अलाव बाजारों में दोपहर बाद शुरू हुई दुकानदारी आसपास के जिलों के मुकाबले हाथरस कुछ अधिक ठंडा रहा

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 12:38 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:04 AM (IST)
ठिठकी सर्दी, सहमा सूरज
ठिठकी सर्दी, सहमा सूरज

संवाद सहयोगी, हाथरस : कोहरे का कहर जारी है। हाड़ कंपाने वाली ठंड से मंगलवार को दिनचर्या खासी प्रभावित रही। सोमवार रात से शुरू हुआ घना कोहरा मंगलवार को दोपहर तक रहा। दोपहर बाद हल्की धूप तो निकली, लेकिन शाम होते ही सर्द हवाओं ने ठिठुरा दिया। ठंड के चलते जल्दी ही बाजार बंद हो गए। आसपास के जिलों के मुकाबले हाथरस अधिक ठंडा रहा।

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पिछले चार दिन से जिले का लगभग यही हाल है। दो दिन तो धूप ही नहीं निकली। मंगलवार को सुबह घना कोहरा था। लाइट जलाकर वाहन चले। बच्चे कांपते हुए स्कूल गए। दोपहर करीब एक बजे धूप तो निकली, लेकिन असरहीन रही। शाम होते ही ठंडी हवा ने कंपकंपा दिया। अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले पांच दिन के तापमान पर नजर

तिथि, अधिकतम, न्यूनतम

17 जनवरी, 18, 11

18 जनवरी, 18, 8

19 जनवरी, 17, 7

20 जनवरी, 16, 7

21 जनवरी, 21, 7 आसपास के जिलों में मंगलवार का तापमान

जनपद, अधिकतम, न्यूनतम

अलीगढ़, 21, 9

मथुरा, 21, 7

एटा, 20, 8

आगरा, 21, 8

कासगंज, 20, 8

पिछले पांच साल में 21 जनवरी

वर्ष, अधिकतम, न्यूनतम

2016, 19, 8

2017, 22, 7.2

2018, 21, 6

2019, 23, 5

2020, 21, 7

( तापमान डिग्री सेल्सियस में है)

सर्दी से फसलें प्रभावित

कड़ाके की ठंड का असर फसलों पर भी पड़ रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. एसआर सिंह का कहना है कि इससे आलू व सरसों की फसल प्रभावित हो रही है। आलू का विकास रुक जाता है। नमी बढ़ने से जड़ व तना गलन रोग लगने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। वहीं सरसों में माहू रोग लग जाता है। इसके लिए कृषि विशेषज्ञों की राय लेते हुए दवाओं का छिड़काव करना जरूरी है। गेहूं की फसल के लिए यह मौसम लाभदायक है। ठंड से राहत दे रहे रैनबसेरे

शहर में रैनबसेरे बेघर लोगों को राहत प्रदान कर रहे हैं। यह रैनबसेरा नगर पालिका, रोडवेज बस स्टैंड के अलावा पुरानी कलक्ट्रेट परिसर में बनाए गए हैं। इनमें पेयजल, प्रकाश व शौचालय आदि की व्यवस्था भी की गई है। यात्रियों को भी इनसे लाभ मिल रहा है। ठंड से बच्चों का रखें ख्याल

बागला संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह का कहना है छोटे बच्चों को ठंड से बचाएं। चपेट में आए तो खांसी, जुकाम व सर्दी लग सकती है। ठंड लगने से बच्चा हाइपोथर्मिया में चला जाता है। इसमें बच्चे के हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगते हैं। इस बीमारी में बच्चे की जान जाने का भी खतरा बना रहता है। बच्चों को गर्म कपड़े पहना कर रखा जाना चाहिए। उन्हें गुनगुना पानी पिलाने के साथ लिक्विड रूप में खाना दिया जाय जो शरीर के तापमान के अनुसार गुनगुना होना चाहिए। अस्थमा के मरीजों में सांस की बीमारी बढ़ने की संभावना इस मौसम में बढ़ जाती है। ट्रेनों पर कोहरे का ब्रेक

कोहरे का असर ट्रेन संचालन पर भी रहा। लंबी रूट की ट्रेनें आधे से एक घंटा लेट रहीं। मथुरा और कासगंज के बीच चलने वाली ट्रेन भी इसके चलते लेट चलीं। मथुरा से कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन का समय सुबह सात बजे का है। यह आधा घंटा के विलंब से करीब साड़े सात बजे सिटी स्टेशन पहुंची। वहीं कासगंज से मथुरा की ओर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन सुबह साड़े छह बजे आती है। वह भी करीब पैंतालीस मिनट देर से सिटी स्टेशन पहुंची।


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