सीबीएसई ने दी डायबिटिक परीक्षार्थियों को सहूलियत
-परीक्षा के दौरान लेकर जा सकेंगे चिप्स व खाने पीने की चीज -सीबीएसई बोर्ड की मुख्य परीक्षाएं अगले माह से शुरू हो पाएंगी
संवाद सहयोगी, हाथरस : सीबीएसई बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं तो शुरू हो चुकी हैं लेकिन मुख्य परीक्षाओं का आयोजन दो मार्च से होना है। इस बार सीबीएसई बोर्ड ने दिव्यांग और डायबिटिक परीक्षार्थियों को कुछ राहत दी है। वे अपने साथ खाने-पीने का सामान अपने साथ ले जा सकेंगे।
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो चुकी है मगर मुख्य विषयों की परीक्षा दो मार्च से शुरू होगी। दो मार्च को इंटरमीडिएट की अंग्रेजी की परीक्षा होगी। बिगड़ी दिनचर्या व खानपान के कारण मधुमेह की बीमारी से अब बच्चे भी परेशान हैं। ऐसे विद्यार्थियों की तरफ ज्यादा ध्यान देना होता है। तीन घंटे की परीक्षा के दौरान केंद्र पर मधुमेह रोग से पीड़ित परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसलिए सीबीएसई बोर्ड ने मधुमेह रोग से पीड़ित परीक्षार्थियों के लिए केंद्र पर चॉकलेट,चिप्स, दवाई आदि ले जाने की छूट दी है। इसके अलावा दिव्यांग परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र पर फर्स्ट फ्लोर पर ही बैठाना होगा। चिकित्सक की राय
बहुत कम बच्चों को मधुमेह होता है। किसी-किसी को अनुवांशिकता के कारण भी मधुमेह हो सकता है। ऐसे बच्चों की अधिक देखभाल करनी पड़ती है। मधुमेह से पीड़ित बच्चों को भूखा नहीं रहना चाहिए।
-डॉ.पंकज शर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ। प्रधानाचार्य के बोल
मधुमेह से पीड़ित परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान केंद्र पर खाने-पीने की चीजें ले जाने के निर्देश सीबीएसई बोर्ड ने जारी किए हैं। इससे मधुमेह से पीड़ित परीक्षार्थियों को काफी सहुलियत मिलेगी।
-भारतेंदु ¨सह, प्रधानाचार्य, बलवंत ¨सह, सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सलेमपुर। रिसोर्स पर्सन के बोले
मधुमेह रोग से पीड़ित परीक्षार्थियों के अलावा दिव्यांगों के लिए भी सीबीएसई बोर्ड ने राहत दी है। सभी केंद्र प्रभारियों को इसके बारे में निर्देश जारी किए जा चुके हैं। बोर्ड चाहता है कि परीक्षा के दौरान दिव्यांग और मधुमेह रोग से पीड़ित परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो।
-डॉ. जगदीश शर्मा, प्रधानाचार्य, सेंट विवेकानंद पब्लिक स्कूल एवं रिसोर्स पर्सन,सीबीएसई बोर्ड।