कॉल सेंटर ने बिहार के युवक को लगाया चूना
संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर में फैला कॉल सेंटर्स का मकड़जाल लोगों को ठगने के काम में ब
संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर में फैला कॉल सेंटर्स का मकड़जाल लोगों को ठगने के काम में बदस्तूर जारी है। लगातार कार्रवाइयों के बावजूद यह गोरखधंधा बंद नहीं हो रहा है। अब बिहार के एक युवक को ठगने का मामला प्रकाश में आया है। स्मार्ट फोन व री-बॉक की किट के बहाने युवक को घटिया क्वालिटी के जूते पकड़ा दिए गए। पीड़ित ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की है। जल्द ही पुलिस इस कॉल सेंटर संचालक के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
सीओ सिटी सुमन कनौजिया ने हाल ही में दो कॉल सेंटर्स पर कार्रवाई की थी। एक जम्मू कश्मीर के रवि को ठगने का मामला तथा दूसरा फैजाबाद के मनीष विश्वकर्मा का। पहले मामले में वाट्सएप तो दूसरे मामले में आइजीआरएस पर शिकायत की गई थी। सीओ के हस्तक्षेप के कारण कॉल सेंटर्स संचालकों पर मुकदमा दर्ज हुआ और वे जेल गए। वरना अब तक इलाका पुलिस ऐसे मामलों को दबाती आई है। इन शिकायतों के क्रम में अब एक और शिकायत जुड़ गई है। सुबोध कुमार (28) पुत्र छातूराम निवासी ज्योतिनगर, सादीपुर, मुंगेर (बिहार) ने शिकायत की है। सुबोध के अनुसार 24 अगस्त 2017 को एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाली लड़की ने उन्हें बताया कि वे री-बॉक कंपनी से बात कर रहे हैं तथा लकी ड्रा में उनका नाम आया है। इसके तहत उन्हें विशेष ऑफर मिल रहा है। केवल 65 सौ रुपये में री-बॉक की स्पोर्ट किट, जिसमें ट्रैक सूट, जूते, चश्मा, बेल्ट, कैप आदि सामान है। इस सबके अलावा लगभग 15 हजार रुपये कीमत का सैमसंग जे-7 प्राइम मोबाइल दिया जा रहा है। सुबोध इनकी बातों में आ गए तथा पार्सल बुक करा दिया। सुबोध के अनुसार 4 सितंबर 2017 को पार्सल उनके घर पहुंच गया। 65 सौ रुपये चुकाकर जब पार्सल खोला तो उनके होश उड़ गए। मोबाइल तो दूर पैकेट में घटिया क्वालिटी के जूते व एक पैजामा था।
सुबोध ने पार्सल पर दिए नंबर पर कॉल किया था। शिकायत करने पर कॉल सेंटर वाली युवती ने पार्सल वापस भेजने के लिए कहा था। सुबोध ने जब रुपये मांगे तो आनाकानी की गई। वे भांप गए कि उनके साथ ठगी हुई है। इसलिए सीधे ऑनलाइन आइजीआरएस पर शिकायत की। सुबोध ने बताया कि वे प्राइवेट नौकरी करते हैं। शुरुआती नौकरी होने के कारण उनकी आíथक स्थिति मजबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि रुपये वापसी के साथ-साथ वे इस तरह धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई चाहते हैं।