हाथरस जंक्शन का टूटा सन्नाटा, गोमती एक्सप्रेस पहुंची
अनलॉक-पार्ट 1 करीब 30 मिनट की देरी से पहुंची ट्रेन सीटें रही फुल हाथरस जंक्शन से 22 यात्री दिल्ली के लिए चढ़े 21 उतरे
जासं, हाथरस : करीब 70 दिन के लॉकडाउन बाद सोमवार को हाथरस जंक्शन स्टेशन का सन्नाटा टूटा। यहां अपराह्न 12:22 बजे यात्रियों को लेकर गोमती एक्सप्रेस पहुंची। ट्रेन में केवल रिजर्वेशन वाले यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ दिखी। हाथरस जंक्शन पर यात्री उतरे भी और दिल्ली के लिए रवाना भी हुए।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से ही ट्रेनों का संचालन बंद है। दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर स्थित हाथरस जंक्शन स्टेशन पर भी तभी से सन्नाटा पसरा हुआ है। बीच में एक ट्रेन मजदूरों को लेकर जरूर पहुंची थी। सामान्य यात्री ट्रेनें बंद थीं। 1 जून से अनलॉक-1 के तहत ट्रेनों के संचालन शुरू हुआ। शुरू की गईं चुनिदा ट्रेनों में गोमती एक्सप्रेस भी शामिल थी। लखनऊ से दिल्ली जा रही यह ट्रेन सोमवार को अपने तय समय से करीब 30 मिनट की दूरी पर 12:22 बजे यहां पहुंची। यहां कुल 21 यात्री उतरे। हालांकि रेलवे के अधिकारियों को 24 लोगों के आने की सूचना थी। स्टेशन मास्टर पवन कुमार के मुताबिक हाथरस से दिल्ली जाने वाले कुल 26 यात्रियों के रिजर्वेशन थे, जिनमें से 22 लोग दिल्ली के लिए सवार हुए। नहीं खुले टिकट काउंटर
ट्रेनों में केवल रिजर्वेशन वाले यात्रियों को ही बैठाया जा रहा है। इसके चलते अनारक्षित टिकटों के काउंटर बंद रहे। स्टेशन पर केवल यात्री, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी ही दिखाई दिए।
बैठने के स्थानों पर लगाए निशान
हाथरस जंक्शन स्टेशन पर यात्रियों के बैठने के लिए लगी बैंचों पर निशान लगा दिए गए हैं। यह निशान शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए लगाए गए हैं। तीन सीट वाली बैंच पर दो लोगों के ही बैठने के निशान रेलवे द्वारा लगवाए गए।
सभी यात्रियों की स्क्रीनिग, होम क्वारंटाइन कराए
ट्रेन से आने वाले और यहां से दिल्ली के लिए रवाना होने वाले हरेक यात्री का डाटा जुटाया गया। रेलवे, स्वास्थ्य टी और प्रशासन के लेखपाल ने सभी यात्रियों के नाम, पता, फोन नंबर आदि डाटा जुटाया गया। सभी यात्रियों को होम क्वारंटाइन कराया गया है। इनका कहना है
कंपनी ने वर्क फ्रॉम होम खत्म कर दिया है। अब वापस नोएडा बुलाया है। इसी लिए गोमती एक्सप्रेस से नोएडा जा रही हूं।
- सुमन शर्मा, यात्री
गुड़गांव की एक निजी कंपनी में जॉब है। अब तक वर्क फ्रॉम होम पर था। यहां से नई दिल्ली जा रहा हूं। वहां से गुड़गांव के लिए साधन लूंगा।
- वीरेश कुमार, यात्री बुआ के घर कानपुर घूमने के लिए गई थी, लेकिन लॉकडाउन में फंस गई। अब ट्रेन शुरू होने पर वापस आ सकी हूं। यहां से गांव मानिकपुर जाऊंगी।
- दीपिका, यात्री
आगरा के एसएन मेडिकल में स्टाफ नर्स हूं। लॉकडाउन के कारण घर लखनऊ से नहीं आ पा रही थी। अब यहां से आगरा जाउंगी।
- नम्रता, यात्री।