भैया दूज आज, ट्रेनों-बसों में उमड़ी भारी भीड़
बाजारों में नारियल के गोले मिठाई और गिफ्ट की दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ जमकर खरीदारी
संवाद सहयोगी, हाथरस : भैयादूज पर्व मंगलवार को है। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की मजबूती के लिए यह पर्व उल्लास से मनाया जाता है। कुछ बहनें भाइयों के घर जाकर टीका करती हैं तो तमाम भाई, बहनों के घर जाकर प्रेम के बंधन को मजबूत बनाते हैं। इस पर्व के लिए मिठाई व नारियल के गोले खरीदने के लिए सोमवार को बाजारों में खूब खरीदारी की गई। बहनों-भाइयों को यातायात की मुश्किलें झेलनी पड़ी। ट्रेनों में खचाखच भीड़ थी तो बसों का भी लगभग वही हाल था।
भैयादूज का बहनों का विशेष पर्व है। यह पर्व दीपावली के दूसरे दिन यानि दूज को मनाया जाता है। इस दिन बहनें भाइयों के ललाट पर तिलक करके उन्हें नारियल का गोला अर्पित करते हुए मिठाई खिलाती हैं। बहनें दीपावली की शुरुआत से ही सबसे अधिक महत्व भैया दूज को देती हैं। दीपावली मनाते समय वह भैयादूज को लेकर अधिक सतर्क रहती हैं।
भैयादूज की खरीदारी के लिए सोमवार को बाजारों में काफी भीड़-भाड़ रही। बहनों ने भाइयों के लिए नारियल का गोला, मिश्री, मिठाई आदि खरीदे। तमाम बहनों ने चाकलेट आदि के पैकेट भी लिए। भाइयों के लिए गिफ्ट आदि भी खरीदा। भैयादूज के दिन टीका करने के बाद एक दूसरे को उपहार देने का भी चलन है। इस पर्व भाई भी अपनी बहनों को उपहार दिया करते हैं। उपहार स्वरूप भाई अपनी बहनों को साड़ी, आभूषण, नकद धनराशि आदि भी देते हैं। बाजारों में गोला व मिठाई के अलावा वस्त्र, सर्राफा आदि की दुकानों पर भी भीड़-भाड़ रही।
इस बार गोला 240 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिका। पिछली बार 300 रुपये थी। वहीं मिठाइयों की कीमत भी 200 रुपये प्रति किलोग्राम से शुरू थी। पिछली बार मिठाइयां 160 रुपये प्रति किलोग्राम से शुरू हुईं थीं। देसी घी की मिठाई 300 रुपये किलो से ऊपर बेची गई।
भैया दूज के लिए 70 अतिरिक्त बसें दौड़ाई
इंतजाम
दिल्ली, हरिद्वार, लखनऊ आदि के लिए भी मिलेंगी बसें
बिना कारण बताए अवकाश पर रहने वालों का कटेगा वेतन
संवाद सहयोगी, हाथरस : भैयादूज पर्व को भुनाने के लिए परिवहन विभाग ने करीब 70 बसों को विभिन्न रूटों पर लगाया था। बिना कारण बताए अवकाश पर रहने वाले चालक-परिचालकों का वेतन काटने के साथ उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी जारी की थी।
रोडवेज बसें सोमवार सुबह से ही आगरा, अलीगढ़, सिकंदराराऊ की ओर दौड़नी शुरू हो गई थीं। रोडवेज ने लोकल रूटों के अलावा लंबी दूरी पर भी बसों को चलाने की व्यवस्था कर रखी थी। इसमें दिल्ली, बरेली, हरिद्वार, मुरादाबाद, लखनऊ, नोएडा आदि के लिए बसें बढ़ाई गईं थीं। बसों का संचालन किसी कारणवश प्रभावित न हो इसके लिए चालक व परिचालकों के लिए प्रोत्साहन योजना भी शुरू कर रखी थी। तीन हजार किलोमीटर बस चलाने पर चार हजार रुपये का इनाम निर्धारित कर रखा था। स्टेशन प्रभारी वीरी सिंह के अनुसार यदि बिना कारण बताये कोई चालक-परिचालक ड्यूटी से अनुपस्थित रहता है तो उसका वेतन काटने के साथ उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। डग्गेमार वाहनों काटी चांदी
डग्गेमार वाहनों का भी यात्री खूब सहारा लेते दिखे। रोडवेज बसों व ट्रेनों का समय निर्धारित होने के कारण लोग जल्दबाजी में इन डग्गेमार वाहनों में यात्रा करने के लिए मजबूर थे। कोई चेकिग व्यवस्था न होने के कारण डग्गेमार वाहन छतों पर बैठाकर और लटकाकर यात्रियों को ढोते रहे।
ट्रेनें खचाखच थीं : मंगलवार को भैया दूज को लेकर सोमवार से ही ट्रेनें खचाखच दिखीं। लोग जान जोखिम में डालकर सफर पूरा किया। तमाम बहनें मायके जाने के लिए बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो विभिन्न रूटों पर भारी भीड़ नजर आई। यात्रियों की भीड़ के कारण कई बसें अंदर नहीं गई, जिस वजह से बाइपास पर जाकर बसों का इंतजार करना पड़ा। मथुरा व कासगंज रूट पर जाने वाली ट्रेनों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा काफी भीड़ रही। हाथरस सिटी रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के इंतजार में लोग काफी देर तक खड़े रहना पड़ा। ट्रेनों में पहले से ही इतनी भीड़ थी कि सीट पाने के लिए खिड़की से अंदर प्रवेश किया। महिला यात्रियों को अधिक परेशानी हुई।