सावधान ! मिलावटी मिठाई व खोवा बिगाड़ न दे सेहत
अभियान..मिलावटखोरी सब हेड दीपावली के पर्व में मोटी कमाई करने में जुटे मिलावटखोर दुष्प्रभाव -मिलावटी मिठाइयों व खोवा से सेहत पर पड़ता है प्रतिकूल असर -छापामारी के लिए एफडीए के अफसरों को निर्देश का इंतजार
संवाद सहयोगी, हाथरस: दीपावली का पर्व आने वाला है। ऐसे में मिठाइयों का प्रयोग जरा संभल कर करें, क्योंकि मोटी कमाई के चक्कर में मिलावटी मिठाइयां बाजार में बेची जाती हैं। दूध की आपूíत न होने पर सिथेटिक खोवा का उपयोग जमकर किया जाता है। यह सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। चिकित्सक भी सलाह देते हैं त्योहार पर घर पर बनी मिठाइयों का ही प्रयोग करना चाहिए।
दीपावली पर खोवा की अधिक मांग रहती है। दूध का उत्पादन कम व मंहगा होने के कारण में नकली खोवा तैयार किया जाता है। यह खोवा सिंथेटिक दूध से तैयार किया जाता है। अच्छे दूध से बनी मिठाइयां इनसे मिठाइयां बनाने पर खर्च ज्यादा बढ़ जाता है। इससे लागत भी बढ़ जाती है। इस दौरान मिठाई के लिए नकली पनीर भी तैयार किया जाता है। अखाद्य रंगों का भी इस्तेमाल किया जाता है। लोगों की सेहत से खिलवाड़
मिलावटी मिठाई खाने से पेट में भारीपन, पेट दर्द, पीलिया, फूड एलर्जी, उल्टी-दस्त, पेशाब में जलन व फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हो सकती है। लंबे समय तक इसके सेवन से लीवर, किडनी, कैंसर व जेनेटिक बीमारियां भी सकती है। मिठाई में प्रयुक्त होने वाले नकली वर्क भी हानिकारक हैं। रिटायर्ड सीएमओ डॉ. आरपी सिंह का मानना है कि त्योहार पर घर पर बनी मिठाइयों का ही सेवन लोग करें तो ज्यादा बेहतर होगा। सादाबाद व सिकंदराराऊ में मिल चुकी है सिंथेटिक दूध की सामग्री
एक अक्टूबर को गांव मोनिया में दूध का कारोबार करने वाले रिकू सिंह पुत्र महावीर सिंह के यहां सिथेटिक दूध बनाने का जखीरा एफडीए की टीम और स्थानीय पुलिस ने पकड़ा था। मौके पर टीम को कोई व्यक्ति नहीं मिला। टीम को मौके पर 40 टिन पाम आयल, एक बोरी माल्टोज व 35 लीटर तेलीय द्रव्य रखा मिला। टीम ने वहां पाम आयल, माल्टोज, दूध व रसायन द्रव्य का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया था। इसके अलावा सिकंदाराराऊ क्षेत्र में भी मिलावटी दूध बनाने का जखीरा पूर्व में पकड़ा जा चुका है।
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लोगों से बातचीत
यह लोगों की सेहत से जुड़ा हुआ मामला है। छापेमारी करने वाली टीम को भी सख्ती के साथ अभियान चलाकर कार्रवाई करनी चाहिए।
सौरव कुमार,तमनागढ़ी।
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लगातार मिलावट होने के कारण अब लोगों ने त्योहार पर तौबा कर ली है। घरों में बनी मिठाइयों का प्रयोग पिछले काफी समय से किया जा रहा है।
शैलेंद्र कुमार, आवास विकास इनकी सुनो
निर्देश मिलने पर जिले में छापेमारी कर मिठाइयों के नमूने लिए जाएंगे। त्योहार पर खुले में मिठाई की बिक्री नहीं होने दी जाएगी।
हरेंद्र सिंह राना, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी।