तालिबानी राज से हींग में महंगाई का तड़का
हींग के दाम में 25 फीसद तक की बढ़ोतरी अफगानिस्तान से आने वाली हींग का आयात रुका है।
केसी दरगड़, हाथरस : अफगानिस्तान में तालिबानी राज ने हींग कारोबार को भी गहरी चोट पहुंचाई है। कच्चे माल का आयात रुकने से हींग के दाम में 25 फीसद तक बढ़ोतरी हुई है। दूसरे देशों से कच्चा माल मंगाने पर कस्टम ड्यूटी के कारण अधिक दाम में हींग का आयात हो रहा है। फिलहाल कोई राहत नहीं मिलने की उम्मीद लग रही है।
कारोबार की स्थिति : हाथरस की हींग की दूर-दूर तक पहचान है। सालाना 100 करोड़ रुपये का कारोबार है। ट्रेडिग व मैन्युफैक्चरिग से हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) में शामिल होने के बाद हींग कारोबार को पंख लगे हैं। यहां पर अफगानिस्तान के अलावा ईरान, उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान से एसाफोइटिडा (हींग के दूध के रूप में कच्चा माल) आता है। उसे प्रोसेस कर हींग बनाई जाती है।
ये हैं हालात : अफगानिस्तान में तालिबान के राज के बाद वहां के हालात इतने बिगड़े हैं कि कमर्शियल फ्लाइट बंद हो गई है और इससे आयात पूरी तरह रुक गया है। कुछ आयातक पुराने स्टाक को महंगा बेचकर भारी मुनाफा कमा रहे हैं। अब दूसरे देशों से हींग मंगानी पड़ रही है। इस वजह से हींग पर 25 फीसद महंगाई आ गई है। उदाहरण के तौर पर 10 हजार रुपये किलो का कच्चा माल अब 12,500 रुपये का आ रहा है। भारत और अफगानिस्तान में व्यापारिक संधि के कारण वहां से बिना कस्टम ड्यूटी के माल भारत आता था और यहां से बिना कस्टम ड्यूटी के माल अफगानिस्तान जाता था। इसके अलावा अन्य देश ईरान, उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान से मंगाने पर कस्टम ड्यूटी देनी पड़ रही है जोकि 25 फीसद अधिक है। उद्यमी बताते हैं कि कच्चे माल की कमी नहीं है लेकिन महंगा मिल रहा है। अफगानिस्तान से अब नई व्यापारिक संधि के बाद ही हालात सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है। बोले उद्यमी
अफगानिस्तान में हालात बदलने के कारण हींग से आयात बंद हुआ है। कस्टम ड्यूटी न लगने के कारण वहां से माल सस्ता आता था। अब दूसरे देशों से कस्टम ड्यूटी होने के कारण महंगा माल आ रहा है।
बांके बिहारी अग्रवाल, उद्यमी कमर्शियल फ्लाइट बंद होने के कारण अफगानिस्तान से माल की आवाजाही नहीं हो रही है। इसके कारण हींग का कच्चा माल वहां से नहीं आ रहा है। इसका असर दामों पर पड़ रहा है। 25 फीसद दाम बढ़े हैं।
राकेश बंसल, उद्यमी