नंद के आनंद भये, जय कन्हैयालाल की
संस हाथरस घंटाघर स्थित अपना वाली धर्मशाला में आयोजित देवी भागवत कथा में नंद के आनंद भयो जय हो नंदलाल की के जयकारों से पंडाल गूंज उठा।
संस, हाथरस : घंटाघर स्थित अपना वाली धर्मशाला में आयोजित देवी भागवत कथा में 'नंद के आनंद भयो जय हो नंदलाल की' के जयकारों से पंडाल गूंज उठा। नन्हें बाल स्वरूप श्रीकृष्ण को जैसे ही पंडाल में लाया गया, श्रद्धालु झूम उठे। श्रीकृष्ण को माखन खिलाया, झूला झुलाया। सुप्रसिद्ध कथावाचक आचार्य सीपुजी ने कहा, जहां प्रेम का वातावरण होता है, वहीं भगवान का पदार्पण होता है। परमात्मा को जानने की कोई उम्र नहीं है। परीक्षा भक्तों की होती है। जो भगवान को समर्पण भाव से याद करता है तो भगवान उसे ढूंढते हैं। कभी अहंकार-घमंड न करें। जिस दिन घमंड आ गया, समझना हमारा पतन निश्चित है। भागवत कथा में गंगाशरण वाष्र्णेय, हरिमोहन वाष्र्णेय, राहुल वाष्र्णेय, नन्नूमल गुप्ता, सीताराम वाष्र्णेय, विष्णु मोहन वाष्र्णेय आदि उपस्थित थे।
काली मिर्च, पीली सरसों के साथ दी आहूतियां
संस, हाथरस : शहर के प्राचीन शक्तिपीठ चामुंडा देवी मंदिर पर चल रहे शतचंडी पंचकुंडीय यज्ञ में देवी भक्तों ने आहूतियां देने के साथ दान पुण्य भी किया। काली मिर्च, पीली सरसों, नीम गिलोय, नींबू, केला, गन्ना, पालक की आहूतियां दी गईं। मौके पर संदीप कृष्ण भारद्वाज, पंकज शास्त्री, राहुल मिश्र, गिरधारी मिश्र, विशाल मिश्र, शुभम वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।