पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट और सीबीआइ जांच पर टिकी नजर
बूलगढ़ी प्रकरण में 16 दिसंबर को हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में होनी है सुनवाई सीबीआइ जांच को दो महीने हो गए पूरे।
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में सीबीआइ जांच को दो माह पूरे होने के बाद भी अभी सच्चाई सामने नहीं आ पाई। कुछ दिन से सीबीआइ टीम भी किसी से पूछताछ नहीं कर रही है, जिससे लग रहा है कि सीबीआइ जरूर किसी नतीजे पर पहुंच चुकी है। उधर, आरोपितों की पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं हुई। इस रिपोर्ट का आरोपितों के स्वजन के अलावा अन्य लोग भी इंतजार कर रहे हैं।
बूलगढ़ी प्रकरण में हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में 16 दिसंबर की तिथि सुनवाई के लिए नियत है। मृतका पक्ष की ओर से निर्भया कांड में अधिवक्ता रहीं सीमा कुशवाहा पैरवी कर रही हैं। इस बीच वे मृतका के स्वजन से कई बार मिल चुकी हैं। चारों आरोपितों रवि, रामू, संदीप व एक अन्य नाबालिग की पॉलीग्राफ रिपोर्ट को लेकर सस्पेंस बरकरार है। वहीं सीबीआइ की ओर से 10 दिसंबर तक जांच पूरी करने की बात का समय भी निकल चुका है। लोग यह भी कयास लगा रहे हैं कि सीबीआइ ने अपना काम पूरा कर लिया है। इससे पहले वह एक बार 25 नवंबर को स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। सीबीआइ ने इस मामले में 11 अक्टूबर को जांच शुरू की थी। तब से लेकर कई पहलुओं पर जांच कर चुकी है। शेष रिपोर्ट आने वाली तिथि को पेश कर सकती है।
महिला से मारपीट की रिपोर्ट
संसू, सादाबाद : क्षेत्र के गांव चमरपुरा निवासी भारती ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा है कि 11 दिसंबर को सुबह 6.30 बजे उसके परिवार के ही कुछ लोगों ने मारपीट की। इसमें तीन लोगों को नामजद कराया गया है।
महिलाओं ने युवक को पीटा
संसू, सादाबाद : क्षेत्र के गांव बहादुरपुर भूप निवासी सोबरन सिंह ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा है कि चार दिसंबर की शाम करीब 4.30 बजे घर जाते समय दो महिलाओं ने उसके साथ मारपीट की। आरोप है कि दोनों महिलाओं ने रास्ते में रोककर गाली-गलौज करते हुए गोबर भरा तसला उसके ऊपर पटक दिया। विरोध करने पर मारपीट की। वह अपने पूर्वजों की समाधि तुड़वाने का आरोप लगा रही थीं।