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बच्चों से जबरन फीस वसूल रहे एडेड स्कूल संचालक

बीएसए ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जारी किए थे सख्त निर्देश फीस को लेकर किसी संचालक की आई शिकायत तो होगी कार्रवाई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 12:52 AM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 12:52 AM (IST)
बच्चों से जबरन फीस वसूल रहे एडेड स्कूल संचालक

संवाद सहयोगी, हाथरस : एडेड स्कूलों में कक्षा आठ तक के बच्चों से फीस न लिए जाने का प्रावधान है, इसके बाद भी कुछ स्कूल बच्चों से जबरन फीस वसूल रहे हैं। पिछले दिनों कुछ अभिभावक बीएसए के पास शिकायत करने पहुंचे थे। बीएसए ने मामले की गंभीरता को देखते अब सख्त आदेश जारी किए हैं।

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जिले में बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अशासकीय सहायता प्राप्त करीब तीन दर्जन विद्यालय कक्षा एक से आठवीं तक के हैं। इन विद्यालयों को शासन की ओर से ग्रांट उपलब्ध कराई जाती है। इनमें बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा की व्यवस्था है। इसके बाद भी स्कूल संचालक बच्चों से जबरन फीस लेते हैं। फीस न देने पर नाम काट देने की धमकी तक दी जाती है। जबरन फीस लेने की शिकायतों पर बेसिक शिक्षा अधिकारी शाहीन ने स्कूल संचालकों को सख्त निर्देश जारी किए थे। कहा था कि यदि किसी भी स्कूल की शिकायत मिली तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। गरीब बच्चों से भी मांग रहे फीस

आरटीई के तहत गरीब बच्चों को प्री प्राइमरी व कक्षा एक में दाखिले दिलाए जाते हैं। तीन चरण में करीब 15 सौ बच्चों को दाखिले दिलाए गए। इनके भी निश्शुल्क दाखिले का प्रावधान है। मगर कुछ निजी स्कूल अभिवावकों से एडमिशन फॉर्म, आईकार्ड आदि के नाम पर फीस वसूल लेते हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती के परिणाम अगले हफ्ते

जासं, हाथरस : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती का परिणाम अगले हफ्ते संभावित है। सीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी अभ्यर्थियों का मेरिट के आधार पर चयन करेगी।

जनपद में 1712 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। 1400 के करीब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। बाकी 95 आंगनबाड़ी और सहायिका पद के लिए भर्ती की जानी है। वर्ष 2012 से 2021 तक भर्ती नहीं की गई है। हर केंद्र पर एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एक सहायिका की तैनाती होती है। 16 अप्रैल तक भर्ती हो जानी थी, मगर पंचायत चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया था। 95 पदों के लिए चार हजार से अधिक आवेदन आए थे।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि आचार संहिता खत्म होने के बाद आए आवेदन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किए गए थे मगर वेबसाइट पर सहायिका पदों की शैक्षिक योग्यता प्रदर्शित नहीं हो पा रही थी। इसके कारण परिणाम में देरी हुई। अब वेबसाइट अपडेट कर दी गई है। एक सप्ताह के अंदर परिणाम आ जाएगा।


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