हाईवे पर बवाल करने वाले 60 पर मुकदमा
गांव कुंवरपुर चौराहे पर हादसे के बाद हुए बवाल में पुलिस की बड़ी कार्रवाई ब्लर्ब- रात में दर्ज हुई एफआइआर, एंबुलेंस पलटने व अफसरों से हाथापाई का आरोप
जागरण संवाददाता, हाथरस : दुर्घटना में मां-बेटी व नवजात की मौत के बाद हाईवे पर बवाल करना ग्रामीणों को भारी पड़ गया। एक-दो नहीं, बल्कि 60 लोगों के खिलाफ पुलिस ने गुरुवार रात मुकदमा दर्ज कर लिया। हंगामे से घायलों को उपचार दिलाने में देरी हुई। लोगों ने सरकारी एंबुलेंस पलट दी थी। चालकों को पीटा था तथा पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से हाथापाई की थी।
आगरा-अलीगढ़ रोड पर हतीसा बाइपास पर ग्रामीणों ने बुधवार को ढाई घंटे तक बवाल काटा था। पलटी बस के सीधे होने से पहले ही एंबुलेंस पहुंच गई थीं, लेकिन ग्रामीणों ने एंबुलेंस चालकों को भी नहीं बख्शा। एंबुलेंस में तोड़फोड़ की तथा उसे पलट दिया था। एसडीएम सदर की गाड़ी का शीशा तोड़ा गया। पीआरवी, क्रेन व अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया। कुछ उपद्रवियों ने बस में आग लगाने का प्रयास भी किया था। बवाल के कारण हाईवे जाम रहा था। पूरे जिले से फोर्स मौके पर पहुंचा था। स्थिति नियंत्रित करने में अधिकारियों को पसीने छूट गए थे। एसडीएम व पुलिस कर्मियों से भी हाथापाई हुई थी। एंबुलेंस पलट देने के कारण गुरुवार रात 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी उदय प्रताप ¨सह ने 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसएचओ विनोद कुमार ने बताया कि सरकारी कार्य में बाधा, सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने, रोड जाम करने, सरकारी कर्मचारियों से मारपीट करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि उपद्रव करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस द्वारा बनाई गई वीडियो फुटेज व मुखबिरों के जरिए उपद्रवियों को चिह्नित किया जाएगा। मृतकों के परिजनों को सीएम राहत कोष से भी दिलाई जाएगी मदद
ब्लर्ब-
मुख्यमंत्री के विशेष सचिव ने सड़क दुर्घटना की ली जानकारी जासं, हाथरस : हाथरस में बाइपास पर कुंवरपुर चौराहे के पास बुधवार को बस से कुचलकर बाइक सवार महिला, उसकी बेटी व नवजात की मौत के मामले में शासन ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव ने गुरुवार को देर शाम प्रभारी जिलाधिकारी रेखा एस चौहान से हादसे के संबंध में पूरी जानकारी ली और पीड़ित परिवार को राहत देने के निर्देश दिए। बस के नीचे दबने से आरती पत्नी रवि व उनकी बेटी भूमि के अलावा आरती के नवजात शिशु की मौत हो गई थी। प्रभारी डीएम रेखाएस चौहान ने बताया कि मृतकों की पूरी फाइल बना ली है। उन्हें दुर्घटना बीमा से पांच-पांच लाख रुपये दिलवाने के साथ मुख्यमंत्री राहत कोष से भी मदद दिलाई जाएगी।
सभी श्रद्धालुओं को भेजा मध्यप्रदेश
एडीएम देर रात से ही घायलों के इलाज की व्यवस्था में जुटी दिखीं। देर रात ही श्रद्धालुओं से भरी एक बस को मध्यप्रदेश रवाना किया गया। भर्ती किए गए घायलों को जिला चिकित्सालय से गुरुवार को छुट्टी दी गई। दोपहर में 20 लोगों को रोडवेज बस से मध्य प्रदेश भेजा गया। इनके साथ चिकित्सीय टीम भी रवाना हुई, जिससे कहीं कोई असुविधा की स्थिति में उन्हें तुरंत राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री कमलनाथ
ने भी ली जानकारी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। सोशल मीडिया से खबर मिलने के बाद उन्होंने इस संबंध में सोशल मीडिया पर दु:ख भी प्रकट किया।