18 अफसर करेंगे ओडीएफ की निगरानी
संवाद सहयोगी, हाथरस: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अब जिला ओडीएफ के कगार पर है। अब ड
संवाद सहयोगी, हाथरस: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अब जिला ओडीएफ के कगार पर है। अब डीएम ने अवशेष गांवों को ओडीएफ कराने के लिए 18 नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। इन अधिकारियों को अपने आवंटित गांवों में रोजाना भ्रमण कर वहां के हालातों की रिपोर्ट प्रतिदिन देनी होगी। इसमें शौचालय निर्माण के लिए राजमिस्त्री, श्रमिकों की मांग आदि की डिमांड शामिल रहेगी, ताकि 25 जुलाई तक जिले को ओडीएफ घोषित किया जा सके।
डीएम डॉ. रमाशंकर मौर्य अब जिले को खुले में शौच से मुक्त के लिए गंभीर नजर आ रहे हैं। जिले में खुले से शौच से मुक्त होने के लिए 20 ग्राम पंचायत बची हैं। यह वही पंचायत हैं, जिनमें ग्राम प्रधान की उदासीनता या वित्तीय अनियमितता की शिकायत से काम ठप हैं। इसी रोड़े के चलते जिले को ओडीएफ घोषित कराने में दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में डीएम ने काम में तेजी लाने के लिए जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को इन गांवों का नोडल अधिकारी बनाया है। यह रोजाना अपनी आवंटित ग्राम पंचायतों में पहुंचकर ग्राम प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी से तालमेल बनाकर वहां के अवशेष शौचालय के लाभार्थियों से मिलेंगे और उन्हें शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। यहां निर्मित होने वाले शौचालय के लिए सामिग्री व राजमिस्त्री व श्रमिकों की आपूर्ति सुनिश्चित कराएंगे। अपनी प्रगति की रिपोर्ट रोजाना डीएम व डीपीसी के वॉट्सएप पर देंगे। यह अधिकारी बनाए गए नोडल
अधिकारी का नाम, आवंटित ग्राम पंचायत
बीडीओ हसायन, कानऊ
एडीओ पंचायत हसायन, ढढौली
एडीओ आइएसबी हसायन, बसई बाबस
जेई लघु ¨सचाई हसायन, भैंकुरी
जेई आरईडी, फुलरई मुगलगढ़ी
एडीओ पंचायत हाथरस, हाथरस देहात, तिपरस
जेई आरईडी हाथरस, अल्हैपुर चुरसैन
बीडीओ मुरसान, रामगढ़
एडीओ पंचायत मुरसान, खेडा बरामई (गढ़ी तमना)
बीडीओ सादाबाद, मिढ़ावली
बीडीओ सासनी, ममौता कलां
एडीओ पंचायत सासनी, सठिया
बीडीओ सहपऊ, बुढाइच
एडीओ पंचायत सहपऊ, बाबली
बीडीओ सिकंदराराऊ, अगसौली
एडीओ पंचायत सिकंदराराऊ, अरनौट
एडीओ कृषि सिकंदराराऊ, पचौं
जेई आरईडी सिकंदराराऊ, भटीकरा इनका कहना है..
तैनात किए गए सभी नोडल अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर शौचालय निर्माण की प्रगति के लिए हरसंभव प्रयास करने होंगे। इसके लिए हर स्तर पर तालमेल बनाकर 25 जुलाई तक कार्य पूरा कराना होगा। प्रतिदिन की रिपोर्ट डीपीआरओ की ईमेल आइडी व डीपीसी के वॉट्सएप पर देनी होगी। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता सहन नहीं होगी।
-डॉ. रमाशंकर मौर्य, डीएम