जिले में डेंगू के 18 केस और मिले
ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव के कारण लार्वा मिलने की बढ़ रहीं शिकायतें स्वास्थ्य टीमें घर-घर जाकर कूलर व गमलों से पानी को फिकवा रही हैं।
जासं, हाथरस : जनपद में वायरल बुखार और डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जनपद में डेंगू के 18 केस और सामने आए हैं। वहीं हसायन के गांव बोनई में एक वृद्ध की बुखार व सांस की बीमारी से मौत हो गई। गांवों में जलभराव के कारण लार्वा मिलने की शिकायतें भी मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घरों में जाकर कूलर व गमले और अन्य स्थानों पर भरे पानी को फिकवा रही है।
हसायन के गांव बोनई निवासी 60 वर्षीय गजाधर को कई दिन से बुखार आ रहा था। बुखार और सांस की बीमारी के कारण शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। मृतक के पुत्र संतोष का कहना है कि पिता को कई दिन से बुखार आ रहा था, जिन्हें स्थानीय स्तर पर ही दवा दिलवाई गई। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने फागिग कराई थी। उसका धुआं भी उन्हें नुकसान कर गया, क्योंकि पहले से ही वह सांस के रोगी थे, शुक्रवार शाम को मौत हो गई।
शुक्रवार को क्षेत्र के गांव नगला मोहन में भी बुखार ने पैर जमा लिए। इससे पहले कुरसंडा के साथ लालगढ़ी, थलूगढ़ी गांव में बुखार तथा डेंगू के मरीज निकल चुके हैं, जिनका उपचार यहां के ग्रामीण आगरा में कराने को मजबूर हुए थे।
शुक्रवार को कैलाश चंद 25 वर्ष निवासी नगला मोहन, मानवी 11 वर्ष, पूनम देवी 26 वर्ष, बलदेव सिंह 17 वर्ष, कमलेश देवी 35 वर्ष निवासी नगला मोहन, नीरज देवी 27 वर्ष निवासी नगला मोहन को डेंगू की आशंका में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया है। सीएमओ डा. चंद्रमोहन का कहना है प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें जा रही हैं। गांवों में जलभराव के कारण लार्वा मिल रहे हैं। जगह-जगह पानी भरा हुआ है। उसे फिकवाया जा रहा है।