ओजस्वी कविताओं से दुश्मनों को ललकारती हैं 13 साल की उन्नति
11 साल की उम्र में ही मंचों पर काव्य पाठ करना शुरू कर दिया 125 काव्य मंचों पर कर चुकी हैं पाठ कोरोना काल में आनलाइन काव्य पाठ किया।
संसू, हाथरस : शेर पर सवार मां भगवती का राक्षसों का संहार करता स्वरूप नारी शक्ति को प्रेरित करता है। 13 साल की उन्नति भारद्वाज अपने ओजस्वी काव्य से देश के दुश्मनों को इसी तरह झकझोरती हैं। खरी-खरी सुनाती हैं और ललकारती हैं। उनकी कविताएं नौजवानों के रक्त में देशभक्ति के जोश का संचार कर देती हैं। होनहार बिटिया ने देश में नगर का नाम रोशन किया है। नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में कक्षा नौ की छात्रा उन्नति भारद्वाज छोटी सी उम्र में बड़े-बड़े मंचों को साझा कर वरिष्ठ कवियों को चुनौती देनी शुरू कर दी है।
जीवन परिचय : प्राचार्य डा. अरविद कुमार शर्मा की पुत्री उन्नति भारद्वाज की आयु इस समय करीब 13 वर्ष है। उन्होंने आठ अगस्त 2019 को वृंदावन में स्थित वैरागी आश्रम में हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में अपने कवि जीवन की शुरुआत की थी। उस समय उनकी उम्र 11 वर्ष थी। उसके बाद अब तक उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली सहित कई प्रदेशों में लगभग 125 काव्य मंचों पर काव्य पाठ कर चुकी है। कोरोना काल में भी आनलाइन काव्य पाठ देश के जाने-माने कवियों के आमंत्रण पर किया।
उपलब्धियां : उन्नति विद्यालय स्तरीय काव्य पाठ प्रतियोगिता में मंडल में द्वितीय स्थान पर रही। हाथरस के दाऊजी मेला में जिलाधिकारी द्वारा श्रेष्ठ कवयित्री के रूप में सम्मानित किया गया। दैनिक जागरण की ओर से आयोजित 'कल का नीरज प्रतियोगिता' में अलीगढ़ मंडल में तृतीय स्थान प्राप्त किया था। तब दैनिक जागरण के अलीगढ़ कार्यालय में उन्हें पुरस्कृत किया गया था।
कोटा (राजस्थान) की संस्था कोटा कवि चौपाल द्वारा वर्ष 2020 के हिदी साहित्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर राष्ट्रीय काव्य पाठ प्रतियोगिता में देश के जाने-माने 5400 कवियों में से उन्नति ने सातवां स्थान प्राप्त किया था। अब तक उन्नति के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ काव्य पाठ किया गया है। राम काव्य पाठ प्रतियोगिता में भी उन्नति श्रेष्ठ रही हैं। उन्नति कवयित्री कविता तिवारी को अपना गुरु मानती हैं। वही देवेंद्र दीक्षित शूल, आशु कवि अनिल बौहरे, विवेकशील राघव, मंजुल मयंक, मनोज चौहान जैसे कवि उन्नति के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने उन्नति को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। अलीगढ़ की प्रदर्शनी में उन्नति भारद्वाज ने लगातार दो बार श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।