हादसे में बुझ गया हाथरस का चिराग
जागरण संवाददाता, हाथरस : मथुरा में दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार दोपहर टायर फटने से बेकाब
जागरण संवाददाता, हाथरस : मथुरा में दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार दोपहर टायर फटने से बेकाबू हुई वैगनआर कार ने जीएलए विवि के तीन इंजीनिय¨रग छात्रों को रौंद दिया। दो की मौत हो गई, जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका आगरा में इलाज चल रहा है। कार चालक को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
जीएलए विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस तृतीय वर्ष के छात्र सुमित कुमार (20) निवासी गांव बाबू बाजार मेडू जिला हाथरस, अंशुमान यादव (21) निवासी बेलारी जिला आजमगढ़ और अनुज कुमार निवासी 44-शुलभपुरम बोदला आगरा, मथुरा में हाइवे क्रॉस करने के लिए किनारे खड़े थे। तभी दिल्ली की तरफ से आ रही वैगनआर कार (डीएल-3-सीएजेड-2485) का अगला टायर पंचर हो गया और अनियंत्रित कार ने तीनों को रौंद दिया।
प्रत्यक्षदर्शी छात्रों के अनुसार, कार तीनों को करीब 200 मीटर दूर तक घसीटती हुई ले गई। जबर्दस्त टक्कर से सुमित उछलकर हाईवे पर गिरा तो पीछे आ रहे वाहन ने कुचल दिया। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया जबकि अंशुमान यादव ने अस्पताल लाते समय दम तोड़ दिया। साथी छात्रों ने कार चालक को पकड़ लिया।
विवि के सेक्रेट्री सोसाइटी नीरज अग्रवाल ने कहा है कि घटना बेहद दुखद है। केंद्रीय मंत्री और राजमार्ग विकास प्राधिकरण को दो महीने पहले भी पत्र लिखा था और व्यक्तिगत रूप से भी मुलाकात कर विवि के सामने अंडर पास बनाए जाने की मांग की थी, मगर प्राधिकरण ने ध्यान नहीं दिया। यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं।
मथुरा के एसपी सिटी मनोज सोनकर ने बताया कि कुलसचिव ने कार चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। कार को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
इकलौते बेटे की
मौत से कोहराम
हाथरस : मथुरा-दिल्ली हाइवे पर वैगनआर कार ने जीएलए यूनिवर्सिटी से बाहर निकले तीन दोस्तों को रौंद दिया। हादसे में मैंडू निवासी सुमित पुत्र रामगोपाल की मौके पर ही मौत हो गई। सुमित का पैतृक गांव सोखना है, लेकिन दादा डा. सोवरन ¨सह का क्लीनिक मैंडू में है। इसलिए पूरा परिवार मैंडू में रहता है। सुमित दो भाई बहन हैं। छोटी बहन यहीं राजेंद्र लोहिया विद्या मंदिर में पढ़ती है। सुमित बी-टेक कंप्यूटर साइंस के पेपर दे रहा था। शनिवार को वह पेपर देकर ही बाहर निकला था और हादसे का शिकार हो गया। इकलौते बेटे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। शनिवार देर शाम शव पैतृक गांव सोखना पहुंचा। शव के पहुंचते ही घर में चीख-पुकार मच गई। मां व छोटी बहन का रो-रोकर बुरा हाल था। सुमित के परबाबा भी हैं। पड़पोते के शव को देख उनकी आंख से भी आंसू थम नहीं रहे थे।
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