एक गांव ऐसा, जहां बहती देशभक्ति की रसधार
हरदोई हरदोई में देशभक्ति का जज्बा लोगों के दिलों धड़कता है। सेना में जाकर देश सेवा क
हरदोई : हरदोई में देशभक्ति का जज्बा लोगों के दिलों धड़कता है। सेना में जाकर देश सेवा करने के लिए युवा आगे आ रहे हैं। वैसे तो हरदोई के तमाम गांव है, जहां युवा सेना में रहकर देशसेवा कर रहे हैं। वहीं हरदोई के हरपालपुर की ग्राम पंचायत दयालपुर के मजरा शंकरपुरी व त्रितियापुर गांव की बात करें तो यहां के 60 से अधिक लोग सेना में रहे। अब उनकी दूसरी पीढ़ी भी सेना में हैं। वर्तमान में 20 लोग सेना में देश सेवा कर रहे हैं। वहीं गांव की बेटी नेहा अग्निहोत्री भी सेना में कार्यरत हैं।
मजरा त्रितियापुर निवासी नारायण प्रकाश अग्निहोत्री के आठ पुत्रों में पांच सेना में भर्ती हो गए। अब परिवार के 11 के लोग सेना में छह लोग कार्यरत हैं। उनके बड़े पुत्र महावीर अग्निहोत्री और बलवीर खेतीबाड़ी करते है। छोटे भाई बलवीर अग्निहोत्री का पुत्र अवनीश अग्निहोत्री सेना में हवलदार है। इसके अलावा उनके भाई सत्यवीर अग्निहोत्री 20 वर्ष पहले नायक से रिटायर हुए और अब उनका पुत्र प्रांशू अग्निहोत्री सेना में है। यदुवीर अग्निहोत्री हबलदार थे और आठ वर्ष पहले एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई। अब उनका पुत्र संगीत अग्निहोत्री सेना में कैंप्टन है। विनोद कुमार अग्निहोत्री नायक से वर्ष 2011 में सेवानिवृत्त हुए। प्रमोद कुमार अग्निहोत्री नायक से वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हुए। दो बेटे व एक बेटी नेहा अग्निहोत्री है, जो सेना में कार्यरत है। वह सेना में पांच साल पहले भर्ती हुई थी। अनिल अग्निहोत्री खेतीबाड़ी करते है, जबकि उनके भाई अशोक अग्निहोत्री नायब सूबेदार से 2015 में सेवानिवृत्त हुए। उनके दो लड़के है। बड़ा लड़का अनुभव अग्निहोत्री सेना में है। वहीं मजरा शंकरपुरी निवासी सत्यप्रकाश अग्निहोत्री के पांचों पुत्र सेना में गए। उनके बड़े बेटे अवधेश अग्निहोत्री वर्ष 2011 में हवलदार से रिटायर हुए। उनका पुत्र अनूप कुमार अग्निहोत्री सेना में है। राजेंद्र नाथ अग्निहोत्री 2010 में हवलदार से रिटायर हुए। सुरेंद्र कुमार अग्निहोत्री वर्ष 2018 में कैप्टन से रिटायर हुए। स्वदेश कुमार अग्निहोत्री वर्ष 2017 में सूबेदार से सेवानिवृत्त हुए। रमाकांत अग्निहोत्री सूबेदार है। उनका पुत्र अंकित दिल्ली में मर्चेंट नेवी की ट्रेनिग कर रहा है। सुरेंद्र कुमार बताते हैं कि उनके ताऊ ओमप्रकाश अग्निहोत्री व उनके पिता सत्यप्रकाश अग्निहोत्री किसान थे। माता मुन्नी देवी गृहणी थी, जबकि चाचा ज्ञान प्रकाश अग्निहोत्री एयरफोस्त्र में रहे।