अधर्म और आतंक के कारण हुआ रावण का अंत
1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब 1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब 1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब 1द्बद्भड्ड4ड्डस्त्रड्डह्यद्धद्वद्ब
शाहाबाद : बाल रामलीला चौक में बुधवार की रात में रावण वध की लीला का मंचन किया गया। जिसे देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी। बाल रामलीला नाटक कला मंदिर के रंगमंच पर अनूप ठाकुर महाराज नैमिषधाम के कलाकारों द्वारा खेली गई रावण वध लीला का मंचन किया गया। रावण और राम की सेना के मध्य पहले घमासान युद्ध होता है और अनेक सैनिक मारे जाते हैं ।अंत में लंका का राजा रावण स्वयं श्री राम से युद्ध करने के लिए जाता है दोनों के मध्य घमासान युद्ध होता है रावण का भाई विभीषण बताते है कि रावण की नाभि में अमृत है, तो राम रावण की नाभि पर भीषण बाणों की वर्षा करते हैं। इससे रावण का अंत हो जाता है। इसके बाद रावण के पुतले का दहन किया गया। इस अवसर पर मेला समिति के अध्यक्ष चौधरी उमेश गुप्ता, राजेश बाबू वर्मा, रमाकांत मिश्रा, धीरू अवस्थी, वासु वर्मा, कन्हैया द्विवेदी, दिनेश सैनी आदि मौजूद रहे।
शर्मा गांव में मेला शुरू
शाहाबाद : क्षेत्र के ग्राम शर्मा में रामलीला मेला का शुभारंभ भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अखिलेश पाठक ने फीता काटकर किया । रामलीला मेला समिति के अध्यक्ष बलराम दीक्षित ने बताया कि यह कार्यक्रम 20 अक्टूबर तक चलेगा। जिसमें स्थानीय कलाकारों तथा सीतापुर रहस मण्डली के कलाकारों द्वारा सामूहिक रूप से राम के चरित्र का मंचन किया जायेगा। इस अवसर पर रामराज सिंह, आदित्य सिंह, जनार्दन, अशोक सिंह, राजवीर सिंह, नीरज श्रीवास्तव, सुधीर सिंह, राम बहादुर सिंह, राम सिंह आदि मौजूद रहे।