हरदोई तक पहुंची अमृतसर ट्रेन हादसे की गूंज
बेहटागोकुल (हरदोई): पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को रावण पुतला दहन के दौरान हुए ट्र
बेहटागोकुल (हरदोई): पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को रावण पुतला दहन के दौरान हुए ट्रेन हादसे की गूंज हरदोई के बेहटागोकुल थाना क्षेत्र के सुरजीपुर गांव तक पहुंची। हादसे में गांव निवासी दो सगे भाइयों की मौत हो गई। जैसे ही खबर मिली परिवार में कोहराम मच गया। शनिवार को क्षेत्र में खबर फैली तो क्षेत्र के लोग भी पहुंचे। परिवार गरीब है और टूटे फूटे मकान में ही गुजारा कर रहे थे।
सुरजीपुर निवासी आत्माराम के पुत्र गिरेंद्र कुमार (40) व उनका छोटा भाई पवन कुमार (30 ) व राकेश परिवारों समेत पंजाब के अमृतसर शहर में धोबीघाट फाटक के पास किराए के मकान में अलग अलग रहते थे। गिरेंद्र कुमार व पवन कुमार दोनों फलों का ठेला लगाकर जीविका चलते थे। जबकि राकेश एक फैक्ट्री में काम करता है। परिवारी जनों ने बताया कि शुक्रवार की रात टीबी देख रहे थे। उन्हें हादसे की जानकारी मिली और कुछ ही देर में ट्रेन हादसे में गिरेंद्र कुमार और पवन कुमार की मौत की खबर आ गई। सुनते ही परिवारी जन बदहवास हो गए। शनिवार की सुबह ही सभी लोग पंजाब के लिए रवाना हो गए।
दूसरी जगह था परिवार
गिरेंद्र कुमार अपनी पत्नी व दो पुत्र दीपक, बबलू और पुत्री साक्षी के साथ रहता था। बताते हैं कि परिवार वाले भी मेला देखने गए थे, लेकिन विधाता ने उन्हें बचा लिया। वह दूसरी जगह पर थे और उसी दौरान हादसा हो गया।
चार माह पूर्व ही बच्चों संग घर आई थी शशी पवन कुमार की पत्नी शशी पुत्री मानसी, नेहा व अमन के साथ वहीं पर रहती थी। चार माह पूर्व घर में कार्यक्रम था। जिसके चलते वह घर आई थी और वहीं पर थी। एक दो दिन बाद ही उसे भी जाना था। पर उसे क्या पता था कि उसकी दुनिया ही उजड़ जाएगी। टीबी पर समाचार आया तो और किसी को ज्यादा जानकारी नहीं थी। शशी को वहां की जानकारी थी और उसे आशंका भी हुई, कुछ ही समय बाद फोन भी आ गया।